पंचांग 18 जून 2021 शुक्रवार में आपको दिन के शुभ और अशुभ समय का ज्ञान मिलती है। साथ ही आपको शुभ मुहूर्त, राहुकाल, सूर्योदय और सूर्यास्त का समय, तिथि, करण, नक्षत्र, सूर्य और चंद्र ग्रह की स्थिति, हिंदू मास एवं पक्ष आदि की जानकारी भी मिलती है।
आज ज्येष्ठ माह शुक्ल पक्ष की अष्टमी है। इस अवसर पर रात्रि में कई तांत्रिक पूजाएं की जाती हैं। बंगलामुखी अनुष्ठान प्रारंभ करने का आज शुभ समय है। आज उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र है। आज भगवान शिव की उपासना के साथ दुर्गा माता की पूजा भी करें। आज दान पुण्य करें। आज तिल व उड़द दान का बहुत महत्व है। आज किसी मंदिर में माता दुर्गा जी की पूजा करें व दुर्गासप्तशती का पाठ करें। आज चन्द्रमा कन्या राशि में है जिससे बजरंगबाण के पाठ करने का अनन्त पुण्य रहेगा। प्रातःकाल पञ्चाङ्ग का दर्शन ,अध्ययन व मनन आवश्यक है।
देखिए शुक्रवार के शुभ मुहूर्त
विक्रम संवतः- 2078
शक संवतः- 1943
आयनः- उत्तरायण
ऋतुः- ग्रीष्म ऋतु
मासः- ज्येष्ठ माह
पक्षः- शुक्ल पक्ष
सूर्योदयः- प्रातः 05:13:00
सूर्यास्तः- सायं 06:47:00
तिथिः- अष्टमी तिथि 20:40:00 तक तदोपरान्त नवमी तिथि
तिथि स्वामीः- अष्टमी तिथि के स्वामी भगवान शिव जी हैं तथा नवमी तिथि की स्वामिनि दुर्गा जी हैं।
नक्षत्रः- उत्तरा फाल्गुनी 21:38:03 तक तदोपरान्त हस्त नक्षत्र
नक्षत्र स्वामीः- उत्तरा फाल्गुनी के स्वामी सूर्य देव हैं तथा हस्त नक्षत्र के स्वामी चन्द्र देव हैं।
योगः- व्यतिपात 26:46:00 तक तदोपरान्त वरियन
गुलिक कालः- शुभ गुलिक काल 07:07:00 से 08: 52:00 तक
राहुकालः- आज का राहुकाल 10:37:00 से 12:22:00 तक
दिशाशूलः- शुक्रवार को पश्चिम दिशा में यात्रा नहीं करना चाहिए तथा ज्यादा आवश्यक हो तो घर से दही खा कर निकलें।
राहुकालः- आज का राहुकाल 10:37:00 से 12:22:00 तक
तिथि का महत्वः- इस तिथि में नारियल नहीं खाना चाहिए तथा यह तिथि आभूषण, रत्न खरीदने और धारण करने के लिए शुभ है।
विशेषः- आज के दिन शाम के समय घर के ईशान कोण या मन्दिर में गाय के घी का दीपक जलाने से धन प्राप्ति के योग बढ़ते हैं।