सनातन धर्म में एकादशी का बहुत महत्व है। भगवान विष्णु को समर्पित इस व्रत के बारे मान्यता है कि जो भक्त एकादशी व्रत का पालन पूरे विधि विधान से करते है उन्हें मोक्ष की प्राप्ति होती है।
Papmochani Ekadashi 2022 : सनातन धर्म में एकादशी का बहुत महत्व है। भगवान विष्णु को समर्पित इस व्रत के बारे मान्यता है कि जो भक्त एकादशी व्रत का पालन पूरे विधि विधान से करते है उन्हें मोक्ष की प्राप्ति होती है। पापमोचनी एकादशी के व्रत एवं विष्णु पूजा करने से सभी पापों का नाश होता है।
पंचांग के आधार पर चैत्र माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को पापमोचनी एकादशी व्रत रखते हैं। इस साल पापमोचनी एकादशी व्रत 28 मार्च दिन सोमवार को है। इस दिन भगवान विष्णु की विधिपूर्वक पूजा करने, पापमोचनी एकादशी व्रत कथा का पाठ करने और भगवान विष्णु की आरती करने का विधान है। पापमोचनी एकादशी का अर्थ है पाप को नष्ट करने वाली एकादशी।
एकादशी तिथि का समापन 28 मार्च दिन सोमवार को शाम 04 बजकर 15 मिनट पर होगा। उदया तिथि के आधार पर पापमोचनी एकादशी का व्रत 28 मार्च को रखा जाएगा।