सनातन धर्म पीपल के वृक्ष को पूजनीय माना जाता है। इस वृक्ष को भगवान शिव का आर्शिवाद माना जाता है। यह विशाल वृक्ष अपने अंदर दैवीय कृपा समेटे हुए है।
Peepal Ka Ped : सनातन धर्म पीपल के वृक्ष को पूजनीय माना जाता है। इस वृक्ष को भगवान शिव का आर्शिवाद माना जाता है। यह विशाल वृक्ष अपने अंदर दैवीय कृपा समेटे हुए है। पीपल के पेड़ के अलावा इसके पत्ते भी काफी चमत्कारी होते हैं। पीपल के पेड़ का औषधीय प्रयोग भी किया जाता है और इससे कई रोगों में लाभ लिया जा सकता है। पीपल की छाल का लेप या इसके पत्तों का प्रयोग किया जा सकता है. इसके अलावा यह त्वचा की झुर्रियों को कम करने में भी मदद करता है। छाया के साथ् इस वृक्ष औषधि भी प्राप्त होता है। ज्योतिष के अनुसार, पीपल के पत्ते से जुड़े कुछ खास उपायों को करने से व्यक्ति के जीवन से दुर्भाग्य दूर हो जाता है।
सफलता पाने के लिए
1.सभी कार्यों में सफलता पाने के लिए पीपल के 11 पत्तों पर कुमकुम, अष्टगंध या चंदन मिलाकर श्री राम का नाम लिखें। पत्तों की एक माला बना लें और हनुमान मंदिर में हनुमान जी को अर्पित कर दें।
2.धार्मिक मान्यता है कि पीपल के पेड़ के नीचे शिवलिंग स्थापित करना विशेष फलदाई होता है। पीपल के पेड़ के नीचे बने शिवलिंग की जो भी व्यक्ति नियमित रूप से पूजा करता है उसके जीवन की सभी समस्याएं समाप्त होती हैं।
4.शनिवार के दिन पीपल के पेड़ को जल अर्पित करना चाहिए और सरसों के तेल का दीपक जलना चाहिए। ऐसा करने से शनि की दशा समाप्त होती है और घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है।