यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (UP Chief Minister Yogi Adityanath) ने सोमवार को 585 आंगनबाड़ी केंद्रों (Anganwadi Centers) का शिलान्यास किया। प्रदेश की राजधानी में लखनऊ के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान (Indira Gandhi Foundation of Lucknow) में आयोजित समारोह में उन्होंने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को प्रतिमाह 500 रुपये व सहायिकाओं को 250 रुपये देने की घोषणा की है। योगी ने कहा कि आंगनबाड़ी व मिनी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं दोनों को ही 500 रुपये प्रतिमाह मिलेंगे।
लखनऊ। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (UP Chief Minister Yogi Adityanath) ने सोमवार को 585 आंगनबाड़ी केंद्रों (Anganwadi Centers) का शिलान्यास किया। प्रदेश की राजधानी में लखनऊ के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान (Indira Gandhi Foundation of Lucknow) में आयोजित समारोह में उन्होंने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को प्रतिमाह 500 रुपये व सहायिकाओं को 250 रुपये देने की घोषणा की है। योगी ने कहा कि आंगनबाड़ी व मिनी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं दोनों को ही 500 रुपये प्रतिमाह मिलेंगे।
उन्होंने कहा कि यह प्रोत्साहन राशि 1 अप्रैल 2020 से 31 मार्च 2022 तक दी जाएगी। योगी ने कहा कि अभी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं (Anganwadi workers) को 55 सौ रुपए व मिनी आंगनबाड़ी को 4250 रुपए व सहायिका को 2750 रुपए मिलता था। अब परफॉर्मेंस लिंक इंसेंटिव (Performance Link Incentive) के साथ आंगनबाड़ी कार्यकर्ता (Anganwadi workers) को 8000 रुपये व मिनी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को 6500 रुपये और सहायिका को 4000 रुपये तक मानदेय मिलेगा। इस मौके पर उन्होंने उत्कृष्ट कार्य करने वाली आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं को सम्मानित भी किया।
इस दौरान अपने संबोधन में मुख्यमंत्री योगी ने आंगनबाड़ी कार्यकताओं (Anganwadi workers) की सराहना की है। उन्होंने कहा कि कोविड काल (Covid Period) में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं (Anganwadi workers) ने पोषाहार घर-घर पहुंचाने के साथ ही टीकाकरण, स्क्रीनिंग आदि में जो सहयोग दिया है। वह बेहद प्रशंसनीय है। कोविड प्रबंधन में प्रदेश की तारीफ जो पूरे देश में हुई है। उसमें आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं (Anganwadi workers) का भी महत्वपूर्ण योगदान है।
उन्होंने कहा कि 2017 से पूर्व आंगनबाड़ी कार्यकताओं (Anganwadi workers) को कहा जाता था कि वह कुछ नहीं करते हैं, जबकि सच ये है कि सरकार में बैठे लोग अपनी विफलताओं का ठीकरा उनके ऊपर फोड़ देते थे। आज वही कार्यकर्ता प्रदेश को बना रहे हैं। 2017 के बाद तस्वीर बदल गई है। कार्यकर्ताओं को 2018 के बाद कोई आंदोलन नहीं करना पड़ा है। उन्होंने कहा कि 2022 में ही सभी आंगनबाड़ी केंद्र (Anganwadi Centers) बनकर तैयार हो जाएं यही लक्ष्य है।
कोविड की तीसरी लहर की आशंका के बीच उन्होंने कहा कि सरकार इसके लिए पूरी तरह तैयार है। अभी तक की रिपोर्ट के अनुसार, तीसरी लहर का संक्रमण दूसरी लहर की तरह खतरनाक नहीं है, फिर भी लोगों को सतर्कता बरतनी होगी। सभी मास्क जरूर लगाएं और कोरोना प्रोटोकॉल (Corona Protocol) का पालन करें।