उपमुख्यमंत्री डा दिनेश शर्मा ने कहा कि बीजेपी सरकार के कार्यकाल में उत्तर प्रदेश बदल रहा है। प्रदेश में शिक्षा के क्षेत्र में दशा और दिशा में बडा बदलाव आया है। साढे चार साल पहले के उत्तर प्रदेश और आज के प्रदेश में जमीन आसमान का अन्तर है। पिछली सरकारों में प्रदेश में चारों तरफ अराजकता की स्थिति थी । अव्यवस्थाओं का बोलबाला था तथा प्रदेश में अवस्थापना सुविधाओं का आभाव था।
गोरखपुर । यूपी के उपमुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा (Deputy Chief Minister Dr. Dinesh Sharma) ने कहा कि बीजेपी सरकार (BJP government) के कार्यकाल में उत्तर प्रदेश बदल रहा है( Uttar Pradesh Badal Raha Hai)। प्रदेश में शिक्षा के क्षेत्र में दशा और दिशा में बडा बदलाव आया है। साढे चार साल पहले के उत्तर प्रदेश और आज के प्रदेश में जमीन आसमान का अन्तर है। पिछली सरकारों में प्रदेश में चारों तरफ अराजकता की स्थिति थी ।
अव्यवस्थाओं का बोलबाला था तथा प्रदेश में अवस्थापना सुविधाओं का आभाव था। ऐसे समय में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में वर्तमान सरकार ने सूबे की बागडोर संभाली थी।गोरखपुर में सैनिक स्कूल के शिलान्यास समारोह को सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में अब जातिवाद अपराधवाद परिवारवाद भ्रष्टाचारवाद का युग समाप्त हो चुका है। अब यूपी में केवल मोदी और योगी के विकासवाद का ही युग है। विकासवाद ही प्रदेश की दशा और दिशा को बदलने का साधन है।
उन्होंने कहा कि सरकार के कार्यों ने यह तय कर दिया है कि भारत में अगर रहना है तो भारत की संस्कृति एवं भारतीयता को स्वीकार करना होगा ।विपक्ष पर जातीय और तुष्टीकरण की राजनीति करने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि उनके बडे नेता आज तक कभी भी राम लला के दर्शन करते नहीं दिखे हैं। विपक्ष के नेताओं को डर था कि अगर वे इन मंदिरों के दर्शन करते दिख गए तो कही उनका वोट बैंक कम नहीं हो जाए। राम मंदिर को लेकर भाजपा पर तंज कसने वाले विपक्षी दलों को मोदी जी और योगी जी ने करारा जवाब दिया है। आज अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण हो रहा है। इससे भारत की संस्कृति और सभ्यता को नई ऊंचाई मिलेगी।
इस बदलाव को आज विपक्ष महसूस कर रहा है। इसीलिए उनके नेता भी अब वोट की चाह में राम मंदिर के दर्शन कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि यह पांचवा सैनिक स्कूल जो 50 एकड में 150 करोड से अधिक की लागत से बनने जा रहा है। इससे पूर्वांचल के तमाम जिले लाभान्वित होंगे। यहां पर आवासीय सुविधाओं के साथ बच्चों के सर्वागींण विकास की व्यवस्था होगी। उन्होंने कहा कि शिक्षा विभाग की कमान संभालने के बाद पहली बार जब वे परीक्षाओं का निरीक्षण करने जिस स्कूल में गए तो पाया कि वहां से एक मेटाडोर कागज आदि लेकर जा रही थी। पूछने पर पता चला कि उसमें नकल की सामग्री जा रही थी। ये हाल था उत्तर प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था का । यहां पर नकल के ठेके उठा करते थे। दूसरे प्रदेश से छात्र यूपी में नकल के सहारे परीक्षा पास करने के लिए आते थे।
प्रदेश में कुछ जिले तो ऐसे थे जहां पर एक विद्यार्थी की जगह पर कोई दूसरा विद्यार्थी परीक्षा देता था। उत्तर प्रदेश में नकल उद्योग बन गया था।इस माहौल को बदलने का कार्य मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) के नेतृत्व वाली सरकार ने किया है। किसी भी विद्यार्थी को गिरफ्तार किए बिना ही व्यवस्था परिवर्तन करके नकल पर रोक लगाई है। परीक्षा व्यवस्था में बडे बदलावों की कडी में बोर्ड परीक्षा के विद्यार्थियों के पंजीकरण को आधार से लिंक करना , उत्तर पुस्तिकाओं की कोडिंग कराना , प्रश्न पत्रों के कई सेट बनवाना तथा परीक्षा केन्द्रों पर वायस रिकार्डिंगयुक्त सीसीटी कैमरे लगवाकर मानीटरिंग कराना शामिल है।
यह बदलाव नकलविहीन परीक्षा का आधार बने और प्रदेश की परीक्षा व्यवस्था अन्य प्रदेशों के लिए माडल बनकर उभरी है। परीक्षा केन्द्रों का आवंटन भी अव्यवस्थाओं की भेट चढता था । परीक्षा केन्द्रों की भी नीलामी होती थी। इस व्यवस्था में भी बदलाव किया तथा आवटंन की प्रक्रिया को आनलाइन कर दिया।वर्तमान सरकार के सत्ता में आने के समय में जहां 14 हाजर से अधिक परीक्षा केन्द्र होते थे वहीं पिछले साल मात्र 7786 परीक्षा केन्द्र ही बने थे। शिक्षा के क्षेत्र में आमूलचूल बदलाव लाते हुए कोर्स को बदला गया। एनसीईआरटी के कोर्स को लागू किया गया जिससे यूपी बोर्ड के बच्चे भी अन्य बोर्ड के बच्चों के साथ प्रतिस्पर्धा कर सकें। कोर्स को रोजगार से भी जोडने का काम किया गया।
उन्होंने कहा कि आज प्रदेश में एनसीईआरटी (NCERT)की किताबे देश में सबसे कम दाम पर उपलब्ध हैं। मुख्यमंत्री के नेतृत्व में माध्यमिक विद्यालयों के निर्माण के क्षेत्र में भी रिकार्ड बनाया गया। पिछली सरकारों के 15 साल में मात्र 48 विद्यालयों का ही निर्माण हुआ था जबकि वर्तमान सरकार के साढे चार साल कार्यकाल में 215 विद्यालयों का निर्माण हो चुका है तथा ये शिक्षा के मंदिर के आज ज्ञान के प्रकाश से बच्चों को आलोकित कर रहे हैं।शिक्षकों के तबादले की प्रक्रिया को भी आनलाइन कर दिया गया। शिक्षा के क्षेत्र में जो लूट मची थी उस पर लगाम लगाई गई। उन्होंने कहा कि पार्टी ने संकल्प पत्र में 10 विश्वविद्यालयों को बनाने का संकल्प लिया था पर आज तक यूपी में 12 विश्वविद्यालय की समस्त औपचारिकताएं पूर्ण है । करीब आधा दर्जन और बन रहे हैं।
आनलाइन शिक्षा की व्यस्था से बच्चों के भविष्य को संक्रमण काल में भी बेहतर बना रहे हैं। आज प्रदेश में सत्र के प्रारंभ में ही परीक्षा की तिथि घोषित कर दी जाती है जिससे कि बच्चों को तैयारी का पूरा मौका मिल सके।डॉ. शर्मा ने कहा कि बेसिक शिक्षा के क्षेत्र में कायाकल्प योजना ने बेसिक स्कूलों की रंगत ही बदल दी। खण्डहर बने स्कूल अवस्थापना सुविधाओं से लैस हुए । उनमें शिक्षण के लिए शिक्षकों की जो कमी थी उसे भी दूर किया गया। बच्चों का जूते मोजे स्वेटर के साथ कापी किताबें भी उपलब्ध कराई गई। प्रदेश में चली बदलाव की आंधी से कोई भी क्षेत्र अछूता नहीं रहा। प्रदेश में जहां आजादी के बाद मात्र गिने चुने मेडिकल कालेज बने थे। वहीं आज तमाम मेडिकल कालेज बन चुके हैं । हर जिले में मेडिकल कालेज बनाने की दिशा में सरकार आगे बढ रही है।
गोरखपुर के कायाकल्प का श्रेय मुख्यमंत्री को देते हुए उन्होंने कहा कि इस शहर का तो पूरी तरह से कलेवर ही बदल गया है। आज गोरखपुर में लिंक रोड बन रही है , चीनी मिलें चल रही है । एम्स के जरिए विश्वस्तरीय चिकित्सा सुविधा का इंतजाम हो चुका है। यह परिवर्तन ही वर्तमान सरकार की पहचान और भाजपा की विशेषता है। मुख्यमंत्री हर विभाग के कामकाज पर बारीक नजर रखते हैं इसी के कारण और बेहतर काम करने की ऊर्जा मिलती है।