पीएम मोदी ने कहा, संतों की कृपा से कुछ देर पहले मुझे इस पवित्र स्मारक के भूमिपूजन का पवित्र अवसर मिला है। मैं काशी का सांसद हूं, इसलिए यह मेरे लिए दोहरी खुशी का अवसर है। आज मैं शिलान्यास किया है और एक-डेढ़ साल के बाद मंदिर बन जाएगा तो लोकार्पण के लिए भी मैं जरूर आऊंगा।
PM Modi in Madhya Pradesh: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को मध्य प्रदेश के सागर पहुंचे, जहां उन्होंने संत रविदास जी के मंदिर तथा स्मारक की आधारशिला रखी। इसके साथ ही कई विकास कार्यों का भी तोहफा राज्य के लोगों को दिया। इस मौके पर पीएम मोदी ने कहा कि, सागर की धरती, संतों का सानिध्य, संत रविदास जी का आशीर्वाद और समाज के हर वर्ग से, हर कोने से, इतनी बड़ी संख्या में आशीर्वाद देने आए हुए आप सब महानुभाव और सागर में समरसता का महासागर उमड़ा हुआ है। देश की इसी साझी संस्कृति को और समृद्ध करने के लिए आज यहां संत रविदास स्मारक और कला संग्रहालय की नींव पड़ी है।
पीएम मोदी ने कहा, संतों की कृपा से कुछ देर पहले मुझे इस पवित्र स्मारक के भूमिपूजन का पवित्र अवसर मिला है। मैं काशी का सांसद हूं, इसलिए यह मेरे लिए दोहरी खुशी का अवसर है। आज मैं शिलान्यास किया है और एक-डेढ़ साल के बाद मंदिर बन जाएगा तो लोकार्पण के लिए भी मैं जरूर आऊंगा।
इसके साथ ही कहा, आज यहां कोटा-बिना सेक्शन पर रेल मार्ग के दोहरीकरण का भी लोकार्पण हुआ है। नेशनल हाईवे पर दो महत्वपूर्ण मार्गों का शिलान्यास भी किया गया है। विकास के ये काम सागर और आस पास के लोगों को बेहतर सुविधाएं देंगी। इसके लिए यहां के सभी भाई-बहनों को बधाई देता हूं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि, आजादी के अमृतकाल में हम देश को गरीबी और भूख से मुक्त करने के लिए प्रयास कर रहे हैं। हमने प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना शुरू की। 80 करोड़ से ज्यादा लोगों को मुफ्त राशन सुनिश्चित किया। जब कोरोना की महामारी आई तो पूरी दुनिया की अर्थव्यवस्था चरमरा गई। गरीबों के लिए हर कोई आशंका जता रहा था कि समाज का यह तबका कैसे रह पाएगा। तब मैं यह तय किया चाहे जो हो जाए, मैं अपने गरीब भाई-बहनों को खाली पेट सोने नहीं दूंगा।
पीएम ने कहा कि, पहले की सरकारों के समय जो योजनाएं आती थी, वो चुनाव मौसम के हिसाब से आती थी, लेकिन हमारी सोच है कि जीवन के हर पड़ाव पर देश दलित, वंचित, पिछड़े, आदिवासी, महिलाएं इन सबके साथ खड़ा हो। आज देश का दलित हो, वंचित हो, पिछड़ा और आदिवासी हो, हमारी सरकार इन्हें उचित सम्मान दे रही है, नए अवसर दे रही है। न इस समाज के लोग कमजोर हैं, न इनका इतिहास कमजोर रहा है।