मदुरै में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक रैली को संबोधित करते हुए डीएमके और कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। पीएम ने कहा है कि ये दोनों पार्टियां तमिल भाषा और संस्कृति की संरक्षक के तौर पर खुद को पेश करती हैं, लेकिन हकीकत कुछ और ही है। पीएम ने कहा साल 2016-17 में, तमिलनाडु के आम लोग एक समाधान चाहते थे कि जल्लीकट्टू जारी रहे। मैं उस दर्द को समझ सकता था।
मदुरै। मदुरै में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक रैली को संबोधित करते हुए डीएमके और कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। पीएम ने कहा है कि ये दोनों पार्टियां तमिल भाषा और संस्कृति की संरक्षक के तौर पर खुद को पेश करती हैं, लेकिन हकीकत कुछ और ही है। पीएम ने कहा साल 2016-17 में, तमिलनाडु के आम लोग एक समाधान चाहते थे कि जल्लीकट्टू जारी रहे। मैं उस दर्द को समझ सकता था।
हमारी सरकार ने तब अध्यादेश को मंजूरी दे दी। रैली को संबोधित करते हुए पीएम ने कहा कि कांग्रेस-द्रमुक ने काम न करने की कला में महारत हासिल की है और जो वास्तव में काम करते हैं, उनके बारे में झूठ फैलाने में महारत हासिल है। एक उदाहरण एम्स मदुरै का है। रैली को संबोधित करते हुए पीएम ने कहा कि नारी शक्ति को सशक्त बनाने पर मदुरै हमें महत्वपूर्ण सबक सिखाता है।
हम इसे उस तरीके से देखते हैं जिस तरह से महिलाओं को पूजा और पूजनीय माना जाता है। अफसोस की बात है कि द्रमुक और कांग्रेस ने मदुरै के लोकाचार को नहीं समझा। कोई आश्चर्य नहीं कि उनके नेता बार-बार महिलाओं का अपमान करते रहते हैं। डीएमके और कांग्रेस पर हमला करते हुए पीएम ने कहा कि डीएमके और कांग्रेस आपके लिए सुरक्षा या गरिमा की गारंटी नहीं देंगे। कानून-व्यवस्था की स्थिति उनकी सरकार में खराब रहेगी।
डीएमके के पहले परिवार में एक आंतरिक पारिवारिक उलझन के कारण डीएमके ने शांतिप्रिय मदुरै को माफिया मांद बनाने की कोशिश की। पीएम ने कहा कि कांग्रेस और द्रमुक ने देवेंद्र कुला वेल्लार समुदाय के मुद्दे को दशकों तक लटकाए रखना पसंद किया। तमिलनाडु में अन्नाद्रमुक सरकार थी और केंद्र में भाजपा ने इस समुदाय के लिए सम्मान सुनिश्चित करने के लिए मिलकर काम किया।