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मोदी-मोदी के नारे से गूंज उठा अमेरिकी संसद, पीएम बोले- भारत जल्द बनेगा तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यस्था

पीएम नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने गुरुवार देर रात अमेरिकी संसद (US Parliament) को दूसरी बार संबोधित किया। करीब एक घंटे के पीएम मोदी के उद्बोधन के दौरान अमेरिकी संसद में मोदी-मोदी के नारे लगते रहे।

By Abhimanyu 
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नई दिल्ली। पीएम नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने गुरुवार देर रात अमेरिकी संसद (US Parliament) को दूसरी बार संबोधित किया। करीब एक घंटे के पीएम मोदी के उद्बोधन के दौरान अमेरिकी संसद में मोदी-मोदी के नारे लगते रहे। वहीं, भाषण शुरू करने से पहले अमेरिकी सांसदों (US Congressman) ने तालियों की गड़गड़ाहट पीएम मोदी का स्वागत किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि भारत (India) जल्द ही दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था (third largest economy) बनेगा।

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सम्बोधन से पहले पीएम मोदी ने अमेरिकी संसद (US Parliament) को धन्यवाद दिया और उन्होंने कहा कि एआई का मतलब है, अमेरिका (US) और इंडिया (India)। भारत और अमेरिका पर मार्टिन किंग लुथर और गांधी का प्रभाव है। भारत और अमेरिका पर मार्टिन किंग लुथर और गांधी (Martin King Luther and Gandhi) का प्रभाव है। उन्होंने कहा कि भारत लोकतंत्र की जननी (India mother of democracy) है। जहां 2500 पार्टियां हैं। हमारे देश की 22 आधिकारिक भाषाएं और हजारों बोलियां हैं। हर 100 मील पर खाने का तरीका बदल जाता है। भारत में विविधता जिंदगी जीने का प्राकृतिक तरीका है। भारत जल्द ही दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था (third largest economy) बनेगा।

पीएम मोदी (PM Modi) ने कहा कि भारत (India) दुनिया की आबादी का छठा हिस्सा है। पिछली शताब्दी में जब भारत आज़ाद हुआ तो इससे अन्य देशों को भी प्रेरणा मिली। इस सदी में जब भारत विकास की बेंचमार्क (development benchmark) स्थापित करेगा तो अन्य देश भी इससे प्रेरित होंगे। उन्होंने कहा कि हमारा विजन (Vision) है सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास।

आतंकवाद (terrorism) के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि 9/11 हमले (9/11 attacks) और मुंबई में 26/11 हमले (26/11 attacks) के एक दशक से अधिक समय के बाद भी अभी तक कट्टरवाद और आतंकवाद (fundamentalism and terrorism) पूरी दुनिया के लिए गंभीर खतरा है। ये विचारधाराएं नई पहचान और नया रूप लेती रहती हैं, लेकिन इनके इरादे वही हैं। आतंकवाद मानवता का दुश्मन (terrorism enemy of humanity) है और इससे निपटने में कोई किंतु-परंतु नहीं हो सकता। हमें आतंक को बढ़ावा देनी वाली ताकतों पर काबू पाना होगा। इस दौरान पीएम मोदी ने कई अहम मुद्दों पर बात रखी।

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