यूक्रेन युद्ध के बीच रूस को बड़ा झटका लगा है, पुतिन के 'भाड़े के सैनिकों' (Mercenary) ने उनके खिलाफ गद्दारी कर दी है। अब रूसी सेना (Russian army) को भाड़े के सैनिकों यानी वैगनर ग्रुप के सैनिकों (Wagner Group soldiers) के साथ भी युद्ध करना पड़ रहा है।
नई दिल्ली। यूक्रेन युद्ध के बीच रूस को बड़ा झटका लगा है, पुतिन के ‘भाड़े के सैनिकों’ (Mercenary) ने उनके खिलाफ गद्दारी कर दी है। अब रूसी सेना (Russian army) को भाड़े के सैनिकों यानी वैगनर ग्रुप के सैनिकों (Wagner Group soldiers) के साथ भी युद्ध करना पड़ रहा है। रिपोर्ट्स के मुताबिक रूस ने वैगनर ग्रुप के प्रमुख (Head of the Wagner Group) येवगेनी प्रिगोझिन (Yevgeny Prigozhin) पर सशस्त्र विद्रोह का ऐलान करने का आरोप लगाया है।
वैगनर ग्रुप के प्रमुख (Head of the Wagner Group) येवगेनी प्रिगोझिन (Yevgeny Prigozhin) ने शनिवार को कहा कि उसके लोग यूक्रेन से अब रूस की सीमा में घुस गए हैं और रूसी सेना के खिलाफ किसी भी हद तक जाने के लिए तैयार हैं। इस बीच न्यूज़ एजेंसी टीएएसएस (TASS) के मुताबिक वैगनर ग्रुप के प्रमुख प्रिगोझिन (Prigozhin) और रूसी सेना के शीर्ष अधिकारियों (Top officers of the Russian army) के बीच लंबे समय से गतिरोध चल रहा था, अब यह गतिरोध चरम पर पहुंच गया है।
रूस (Russia) की एफएसबी सुरक्षा सेवा ने प्रिगोझिन (Prigozhin) के खिलाफ कार्रवाई शुरू की है। वैगनर ग्रुप के सैनिकों से प्रिगोझिन के आदेश की अनदेखी कर उसे गिरफ्तार कर रूसी सेना के हवाले करने के लिए कहा गया है। प्रिगोझिन पर सशस्त्र विद्रोह का ऐलान करने के आरोप के बाद यह कदम उठाया गया।
बता दें कि वैगनर ग्रुप (Wagner Group) एक सैन्य कंपनी (military company) है जिसका नाम रूस-यूक्रेन युद्ध में बार-बार सामने आता रहा है। येवगेनी प्रिगोझिन के नेतृत्व में वैगनर ग्रुप जैसी ताकतों को सबसे भीषण लड़ाई का खामियाजा भुगतना पड़ा है। बखमुत के लिए खूनी लड़ाई के दौरान उसने बड़ी संख्या में अपने लड़ाकों को खोया।