सनातन धर्म में मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम पूज्य है। धर्म ग्रंथों के अनुसार प्राचीन मान्यता है कि श्रीहरि भगवान विष्णु ने हर युग में अधर्म का नाश कर धर्म की स्थापना करने के लिए अवतार लिया।
Ram Navami 2022 : सनातन धर्म में मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम पूज्य है। धर्म ग्रंथों के अनुसार प्राचीन मान्यता है कि श्रीहरि भगवान विष्णु ने हर युग में अधर्म का नाश कर धर्म की स्थापना करने के लिए अवतार लिया। प्रसिद्ध धर्म ग्रंथ रामायण में वर्णन के अनुसार अयोध्या के सूर्यवंशी राजा, चक्रवर्ती सम्राट दशरथ ने पुत्रेष्टि यज्ञ (पुत्र प्राप्ति यज्ञ ) कराया जिसके फलस्वरूप उनके पुत्रों का जन्म हुआ। सूर्य के तेज से देवी कौशल्या के गर्भ से अयोध्या में प्रभु राम का जन्म हुआ था। प्रभु राम का जन्म 10 जनवरी, 5014 ईसा पूर्व अर्थात आज से सात हजार, 122 वर्ष पहले हुआ था। धर्म ग्रंथों के अनुसार, भगवान राम का जन्म चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को पुनर्वसु लग्न में हुआ था। आइए जानते हैं साल 2022 में राम नवमी कब है और क्या है इसका महत्व।
इस दिन पूजा का शुभ मुहूर्त
हिंदू पंचांग के अनुसार इस बार रामनवमी 10 अप्रैल 2022, रविवार को है। नवमी तिथि 10 अप्रैल, रविवार को सुबह 1 बजकर 32 मिनट से शुरू होकर 11 अप्रैल 2022, सोमवार को रात 3 बजकर 15 मिनट पर समाप्त होगा। इस दिन पूजा का शुभ मुहूर्त 10 अप्रैल को सुबह 11 बजकर 10 मिनट से दोपहर 1 बजकर 32 मिनट तक है।
अयोध्या में भव्य मेले का आयोजन किया जाता है
राम नवमी के साथ इस दिन नवरात्रि का भी समापन होता है। ऐसे में लोग कन्या पूजन कर मां भगवती की अराधना करते हैं। इस दिन भगवान राम के जन्म स्थान अयोध्या में भव्य मेले का आयोजन किया जाता है।