हिंदू धर्म में सौभाग्य की प्रप्ति के लिए सुहागिन और कुंआरी लड़किया अनेक प्रकार के व्रत रखतीं है। रंभा तीज व्रत के पालन में धन की देवी मां लक्ष्मी और सती की विधि-विधान के साथ पूजा होती हैं।
Rambha Teej Pujan 2022 : हिंदू धर्म में सौभाग्य की प्रप्ति के लिए सुहागिन और कुंआरी लड़किया अनेक प्रकार के व्रत रखतीं है। रंभा तीज व्रत के पालन में धन की देवी मां लक्ष्मी और सती की विधि-विधान के साथ पूजा होती हैं। इस बार ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि के दिन रंभा तृतीया का व्रत रखा जाता है।इस साल 2022 में 2 जून को रंभा तीज पड़ रही है। ऐसी मान्यता है कि यह व्रत सुहागिन स्त्रियों के लिए विशेष रूप से फलदायी है।
धार्मिक दृष्टि से इस दिन व्रत रखने पर जातक के जीवन में प्रेम, सौंदर्य और सौभाग्य में वृद्धि होती है। धार्मिक ग्रथों के अनुसार अप्सरा रंभा की उत्पत्ति देवों और असुरों द्वारा सुमद्र मंथन में हुई थी। इस दिन रंभोत्कीलन यंत्र की भी पूजा की जाती है. अप्सरा रंभा को इस दिन चंदन, फूल आदि अर्पित किया जाता है. इसके अलावा आर रंभा तीज को हाथ में अक्षत लेकर इन मंत्रों का जाप करेंगे तो जीवन में सुख-समृद्धि और शांति बनी रहेगी
ॐ दिव्यायै नमः।
ॐ वागीश्चरायै नमः।
ॐ सौंदर्या प्रियायै नमः।
ॐ योवन प्रियायै नमः।
ॐ सौभाग्दायै नमः।
ॐ आरोग्यप्रदायै नमः।