Pran Pratishtha Ceremony : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) नए और भव्य मंदिर में रामलला के गर्भगृह में प्रवेश करने से पहले सरयू में आस्था की डुबकी लगाएंगे। यहां स्नान के बाद सरयू का पवित्र जल लेकर राम मंदिर तक पैदल जाएंगे। हनुमानगढ़ी (Hanumangarhi) के अलावा मां सीता की कुलदेवी देवकाली मंदिर में भी दर्शन की योजना पर विचार किया जा रहा है।
Pran Pratishtha Ceremony : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) नए और भव्य मंदिर में रामलला के गर्भगृह में प्रवेश करने से पहले सरयू में आस्था की डुबकी लगाएंगे। यहां स्नान के बाद सरयू का पवित्र जल लेकर राम मंदिर तक पैदल जाएंगे। हनुमानगढ़ी (Hanumangarhi) के अलावा मां सीता की कुलदेवी देवकाली मंदिर में भी दर्शन की योजना पर विचार किया जा रहा है। प्रधानमंत्री के प्राण प्रतिष्ठा समारोह (Pran Pratishtha Ceremony) से एक दिन पहले ही 21 जनवरी को अयोध्या आ जाने की संभावना है। पीएम मोदी जगदगुरु रामभद्राचार्य (PM Modi Jagadguru Rambhadracharya) के अमृत जन्मोत्सव (Amrit Janmotsav) व रामचरित मानस प्रवचन में भी शामिल होंगे।
प्रधानमंत्री मोदी (Prime Minister Modi) का 22 जनवरी को रामलला के नवीन विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा (Pratishtha Ceremony)में आगमन पहले से सुनिश्चित है। अब उनके अयोध्या दौर से जुड़े कुछ नए कार्यक्रमों पर भी विचार किया जा रहा है। इसके लिए रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट (Ramjanmabhoomi Teerth Kshetra Trust) समेत प्रशासन व पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी एसपीजी (SPG) के साथ मंथन कर रहे हैं। एसपीजी (SPG) की ओर से हरी झंडी दिए जाने के बाद ही इसे फाइनल किया जाएगा।
प्रशासनिक सूत्रों के अनुसार पीएम के अयोध्या प्रवास के दौरान 22 जनवरी को उनके सुबह की शुरुआत सरयू स्नान (Saryu Bath) के साथ होगी। यहां स्नान के बाद कलश में जल लेकर पीएम राम पथ (Ram Path) से भक्ति पथ (Bhakti Path) होकर राम मंदिर की ओर बढ़ेंगे। भक्ति पथ (Bhakti Path) पर ही हनुमानगढ़ी (Hanumangarhi) स्थित है। राम मंदिर (Ram Mandir) में प्रवेश से पहले मोदी हनुमंत लला को अपनी श्रद्धा निवेदित करेंगे। प्रशासन और एसपीजी (SPG) इस बिंदु पर माथापच्ची कर रहे हैं कि राम जन्मभूमि पथ (Ram Janmabhoomi Path) की दूरी ज्यादा है। ऐसे में भक्ति पथ (Bhakti Path) को ही प्रधानमंत्री का रूट तय किया जाए। भक्ति पथ (Bhakti Path) पर ही छोटी देवकाली मंदिर है। मां सीता की कुलदेवी के रूप में इनकी महत्ता को देखते हुए मोदी यहां भी दर्शन-पूजन कर सकते हैं।