होली का उत्सव देवताओं के द्वारा भी मनाया जाता है।देवताओं के द्वारा चैत्र मास की पंचमी तिथि को रंगपंचमी का त्योहार मनाया जाता है।
Rang Panchami 2022 : होली का उत्सव देवताओं के द्वारा भी मनाया जाता है।देवताओं के द्वारा चैत्र मास की पंचमी तिथि को रंगपंचमी का त्योहार मनाया जाता है। इसको श्रीपंचमी और देव पंचमी के नाम से भी जानते हैं। इसे देव पंचमी इसलिए कहते हैं क्योंकि देवी-देवता भी रंगों का ये महा उत्सव मनाते हैं। इस साल रंगपंचमी 22 मार्च को मनाई जाएगी। वहीं 17 मार्च की रात को होलिका दहन और 18 मार्च को होली खेली जाएगी।
पौराणिक मान्यता के अनुसार, रंगपंचमी के दिन भगवान श्रीकृष्ण ने राधा रानी के साथ होली खेली थी। देवताओं के रंगोत्सव में शामिल होने के कारण घर में धन-संपदा में वृद्धि होती है।इस दिन विशेष भोजन बनाया जाता है। इस दिन पूरे मालवा प्रदेश में होली पर जलूस निकालने की परंपरा है।
मान्यताओं के अनुसार इस दिन पूजा-पाठ करने से देवी-देवता प्रसन्न होकर भक्तों की सभी मनोकामनाओं को पूरा करते हैं। इस दिन की गई पूजा से कुंडली में मौजूद बड़े से बड़े दोष का प्रभाव कम हो जाता है।