तीनों कृषि कानूनों (three agricultural laws) के निरस्त होने के बाद भी किसान आंदोलन कर रहे हैं। किसानों की मांग है कि एमएसपी (MSP) पर कानून बनाया जाए, जिसके बाद ही घर वापसी होगी। हालांकि, कुछ लोगों की तरफ से दावा किया जा रहा है कि तीनों कृषि कानूनों के वापसी के बाद किसान घर लौटने लगे हैं।
नई दिल्ली। तीनों कृषि कानूनों (three agricultural laws) के निरस्त होने के बाद भी किसान आंदोलन कर रहे हैं। किसानों की मांग है कि एमएसपी (MSP) पर कानून बनाया जाए, जिसके बाद ही घर वापसी होगी। हालांकि, कुछ लोगों की तरफ से दावा किया जा रहा है कि तीनों कृषि कानूनों के वापसी के बाद किसान घर लौटने लगे हैं।
वहीं, भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) ने मंगलवार को कहा किसानों के घर वापसी की अफवाह फैलाई जा रही है। उन्होंने कहा कि जब तक किसानों पर दर्ज मुकदमें वापस नहीं होंगे और MSP पर कानून नहीं बनेगा तब तक वापस नहीं जाएंगे। साथ ही राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) ने बताया कि चार दिसंबर को संयुक्त किसान मोर्चा इसको लेकर एक बैठक भी करेगा, जिसमें आगे की रणनीति पर चर्चा होगी।
हालांकि, उनकी तरफ से कहा गया है कि तीनों कृषि कानून (three agricultural laws) निरस्त होने के बाद भी किसान MSP पर कानून की की मांग पर डटे हुए हैं। गाजीपुर, सिंघु, शाहजहांपुर और टीकरी बार्डर पर किसानों का आंदोलन जारी है। हालांकि, इससे पहले संकेत मिल रहे थे कि कृषि कानून निरस्त होने के बाद धरना खत्म हो जाएगा और किसान वापस घर चले जाएंगे लेकिन ऐसा नहीं हुआ।