भारतीय करेंसी (रुपया) में लगातार गिरावट देखी जा रही है। 13 जुलाई शुक्रवार को एक बार फिर नए निचले स्तर पर पहुंच गया। आज सुबह यह सपाट खुला, इसमें हल्की रिकवरी देखी गई, लेकिन कारोबार के दौरान यह फिर गिरावट लेते हुए सार्वकालिक निचले स्तर पर पहुंच गया।
नई दिल्ली। भारतीय करेंसी (रुपया) में लगातार गिरावट देखी जा रही है। 13 जुलाई शुक्रवार को एक बार फिर नए निचले स्तर पर पहुंच गया। आज सुबह यह सपाट खुला, इसमें हल्की रिकवरी देखी गई, लेकिन कारोबार के दौरान यह फिर गिरावट लेते हुए सार्वकालिक निचले स्तर पर पहुंच गया।
इस दौरान यह 79.67 रुपये प्रति डॉलर पर पहुंच गया था। रुपया यह लगातार तीसरे सत्र में गिरावट देख रहा है। एशियाई बाजारों में सुबह ब्रेंट क्रूड की कीमतें गिरी थीं। 100 डॉलर के नीचे आ गई थीं, तब रुपया सकारात्मक रुख के साथ ट्रेड कर रहा था, लेकिन फिर इसमें गिरावट आ गई।
रुपया पिछले सत्र में 79.5975 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ था, इसके मुकाबले यह 79.66/67 पर ट्रेड कर रहा था। बता दें कि यूएस में महंगाई के आंकड़े आने वाले हैं, जिसके चलते निवेशकों के बीच वहां मंदी और आर्थिक वृद्धि को लेकर डर बैठा हुआ है। विदेशी निवेशक जोखिम भरे एसेट से बाहर निकल रहे हैं।
अगर ओपनिंग रेट की बात करें तो अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 79.55 पर मजबूत खुला लेकिन बाद में घरेलू मुद्रा ने 79.53 से 79.60 के दायरे में कारोबार किया। रुपया शुरुआती सौदों में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 79.58 पर कारोबार कर रहा था जो पिछले बंद भाव के मुकाबले एक पैसे की बढ़त को दर्शाता है।
विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने कहा कि प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की मजबूती और विदेशी पूंजी की निरंतर निकासी की वजह से निवेशकों ने शुरुआती कारोबार में सतर्क रूख अपनाया। इस बीच छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.12 प्रतिशत बढ़कर 108.20 पर पहुंच गया।