हम किसी पद पर रहें या न रहें इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है लेकिन हमारी पहचान जनता में कैसी है ये जरूरी है? जनता सब तोल कर रखती है। जनता में हमारा विश्वास होना चाहिए। मैंने अपनी 20-25 साल की राजनीति में ऐसा कोई काम नहीं किया है, जिससे जनता के बीच मेरा विश्वास कम हो।
Sachin Pilot: राजस्थान कांग्रेस में घमासान मचा हुआ है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Chief Minister Ashok Gehlot) और पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट (Sachin Pilot) के बीच घमासान मचा हुआ है। एक बार फिर सचिन पायलट ने इशारों-इशारों में सीएम अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) पर निशाना साध दिया है। दरअसल, रविवार को सचिन पायलट (Sachin Pilot) अपने पिता राजेश पायलट की पुण्यतिथि पर दौसा के भंडाना में श्रद्धांजलि सभा को संबोधित किया है। इस दौरान उनके तीखे तेवर देखने को मिले।
सचिन पायलट (Sachin Pilot) ने कहा कि मुझे 22 साल से राजनीति कर रहा हूं। हमने हमेशा यही कोशिश की कि देश और प्रदेश में राजनीति स्वच्छ हो। युवाओं को ज्यादातर राजनीति में मौका मिले। हम चाहते है कि किसान और युवा को फायदा मिले। राजनीति के भविष्य को भी इसी तरह देखते हैं। लेकिन जब निराशा दिखती है तो मन नहीं करता आगे कुछ करने का। आप लोग सब जानते हैं कि चाहे पक्ष हो या विपक्ष मैंने हमेशा युवा और किसान की उन्थान के लिए ही काम किया है।
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि हम किसी पद पर रहें या न रहें इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है लेकिन हमारी पहचान जनता में कैसी है ये जरूरी है? जनता सब तोल कर रखती है। जनता में हमारा विश्वास होना चाहिए। मैंने अपनी 20-25 साल की राजनीति में ऐसा कोई काम नहीं किया है, जिससे जनता के बीच मेरा विश्वास कम हो।
हर गलती सजा मांगती है
इस दौरान सचिन पायलट (Sachin Pilot) ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Chief Minister Ashok Gehlot) पर भी इशारों-इशारों में तंज कसा। उन्होंने बिना नाम लिए कहा कि, किसी ने इस बात को बहुत बखूबी कहा है कि हर गलती सजा मांगती है और हम आपस में कैसे भी संबंध रखे लेकिन आज नहीं तो कल वो नीली छतरी वाला जरूर न्याय करेगा। सचिन पायलट ने वसुंधरा राजे सरकार के वक्त खदान के आवंटन पर सवाल उठाए। सचिन पायलट ने कहा कि मैंने हमारी पूर्व मुख्यमंत्री जी थी उनका विरोध सालों भर किया। आज मैं यह कहता हूं कि आपने खान आवंटित कर दी और जब चोरी पकड़ी गई तो रद्द कर दिया। लेकिन आवंटन तो की था को उसका तो लेखा-जोखा देना पड़ेगा।