कांग्रेस (Congress) पार्टी के वरिष्ठ नेता व पूर्व केंद्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद (Salman Khurshid ) का नैनीताल (Nainital) स्थित घर को बीते सोमवार को जला दिया गया है। इसके साथ ही उनके घर पर पथराव भी हुआ। बता दें कि हाल ही में सलमान खुर्शीद ने 'सनराइज ओवर अयोध्या' (Sunrise Over Ayodhya) किताब लिखी है, जिसको लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है।
नई दिल्ली। कांग्रेस (Congress) पार्टी के वरिष्ठ नेता व पूर्व केंद्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद (Salman Khurshid ) का नैनीताल (Nainital) स्थित घर को बीते सोमवार को जला दिया गया है। इसके साथ ही उनके घर पर पथराव भी हुआ। बता दें कि हाल ही में सलमान खुर्शीद ने ‘सनराइज ओवर अयोध्या’ (Sunrise Over Ayodhya) किताब लिखी है, जिसको लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। बता दें कि सलमान खुर्शीद ने अपनी किताब में हिंदुत्व की तुलना आतंकी संगठन आईएसआईएस (ISIS) और बोको हरम (Boko Haram) से कर डाली है। उन्होंने हिंदुत्व की राजनीति को खतरनाक बताया है।
सलमान खुर्शीद (Salman Khurshid ने ‘सनराइज ओवर अयोध्या’ (Sunrise Over Ayodhya) में झूठी और लोगों को भड़काने वाली बात को एक सिरे नकार दिया है। उन्होंने कहा कि बिल्कुल भी नहीं, अगर ऐसा होता तो मैं प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाता। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि जो भी असहमत हैं। उनकी असहमति इस स्तर तक पहुंच गई है कि मेरा नैनीताल में जो घर है उसका दरवाजा जला दिया गया है। उन्होंने कहा कि क्या इससे ये सिद्ध नहीं होता कि जो मैं कह रहा था वह सही है? ऐसे में ये समझना होगा कि जिसे वे हिंदुत्व कहते हैं, वह हिंदू धर्म का खंडन करता है। जो हुआ है उससे मेरा बयान पूरी तरह से सही साबित होता है।
हिंदुत्व और की आतंकी ग्रुप की तुलना पर कहा कि मैंने जो कहा, उसमें एक समानता है। मैंने ये नहीं कहा कि वे पूरी तरह से एक जैसे होते हैं, लेकिन उनमें कुछ खास गुण हैं, मेरे विचार से ये गुण हैं धर्म का दुरुपयोग और धर्म के विपरीत चलना। उन्होंने कहा कि अगर मैं जिहादी इस्लाम कहूं तो इस्लाम मेरा धर्म है, लेकिन ऐसा कहने से मैं क्यों खुद को बचाऊं? अगर कोई धर्म का दुरुपयोग कर रहा हो तो ऐसा कहने से मैं खुद को क्यों रोकूं? मेरा मत है कि सभी धर्म संगठित रहें, यही कारण है कि जब अयोध्या पर निर्णय आया था, तब मैंने इसका स्वागत किया था।
सलमान खुर्शीद (Salman Khurshid ने कहा कि अगर कोई धर्म का दुरुपयोग करेगा? तो मैं केवल इसलिए चुप रहूं क्योंकि चुनाव आने वाले हैं, तो मुझे माफ कर दीजिए। उलटे मीडिया से सवाल दागते हुए कहा कि तो मैं क्या करुं, क्या मैं हिंदुत्व के सामने खुद को सरेंडर कर दूं। सलमान खुर्शीद (Salman Khurshid) ने कहा कि हमारी लीडरशिप की इसे लेकर स्पष्ट, वैचारिक स्थिति है। पार्टी का मानना है कि हिंदुत्व और हिंदू धर्म, ये दोनों ही अलग चीजें हैं। यही कारण ही इन दोनों के अलग- अलग नाम हैं। एक है जो मासूम लोगों को मारने में विश्वास रखता है। वहीं दूसरा मिली जुली संस्कृति में विश्वास रख्ता है।
सलमान खुर्शीद (Salman Khurshid) ने बयान पर कहा कि यह उसी तरह के सवाल है कि गुलाम नबी आजाद (Ghulam Nabi Azad) मेरे नेता हैं, राहुल गांधी (Rahul Gandhi) नहीं, क्या ये सही है? गुलाम नबी आजाद (Ghulam Nabi Azad) बेहद सम्मानजनक व्यक्ति हैं। लेकिन मुझे माफ करिए, मेरी उनसे असहमति है। जब वह ये कहते हैं कि मेरा बयान बढ़ाकर बोला गया है। तब मैं भी सोचता हूं कि ऐसा क्या है, जो बढ़ाकर बोला गया है, लेकिन ऐसा कुछ क्या है? अगर आप ये देखना चाहते हो कि हिंदुत्व क्या कर सकता है तो मेरे नैनीताल में जले घर के दरवाजे को देख लीजिए।