समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने शनिवार को अपने गृह जनपद इटावा (Etawah) पहुंचे हैं। यहां पर उन्होंने कहा कि यूपी विधानसभा चुनाव (UP assembly elections) में सपा की ही हर हाल में सरकार बनेगी। सैफई में पत्रकारों से बातचीत में अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने दावा किया कि उत्तर प्रदेश की जनता ने भाजपा (BJP) को हराने का मन बना लिया है।
इटावा। समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने शनिवार को अपने गृह जनपद इटावा (Etawah) पहुंचे हैं। यहां पर उन्होंने कहा कि यूपी विधानसभा चुनाव (UP assembly elections) में सपा की ही हर हाल में सरकार बनेगी। सैफई में पत्रकारों से बातचीत में अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने दावा किया कि उत्तर प्रदेश की जनता ने भाजपा (BJP) को हराने का मन बना लिया है।
उन्होंने आशंका जताई कि यूपी चुनाव तक सरकार अब विपक्षी राजनेताओं के साथ बदनीयत से काम करेगी। यादव ने कहा कि कानून व्यवस्था बुरी तरह से चौपट है। भाजपा अपने घोषणा पत्र के आधार पर कोई भी काम नहीं कर सकी है। पश्चिम बंगाल (West Bengal) के चुनाव हर किसी ने देखे हैं। जनता ने भारतीय जनता पार्टी को बुरी तरीके से पछाड़ा है।
अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने कहा कि समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) अपनी रणनीति के मुताबिक काम कर रही है। सपा की रणनीति भाजपा (BJP) को सत्ता से उतारने की है, जिसमें वह हर हाल में कामयाब होगी।
इससे पहले अखिलेश यादव ने कहा था कि भाजपा और यूपी के मुख्यमंत्री ने झूठ बोलने के सभी रिकार्ड तोड़ दिए हैं। चलाचली की अपनी इस बेला में उन्होंने लोकतंत्र के पवित्र मंदिर सदन में भी असत्य से परहेज नहीं किया और छात्रों को एक करोड़ टेबलेट और परीक्षा भत्ता देने के साथ कई और लोक-लुभावन वादे कर दिए हैं। सच्चाई यह है कि चुनाव संकल्प-पत्र में किए गए तमाम वादों को भाजपा सरकार ने पूरा नहीं किया है। मुफ्त लैपटॉप (Free Laptop) और मुफ्त जीबी देने का वादा तक पूरा नहीं हुआ। विवेकानन्द इंटरनेट सेवा का क्या हुआ? किसान की आय दोगुनी नहीं हुई। नौजवान रोजगार के लिए भटक रहा है।
अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने कहा कि अपने पिछले बजट का 20 प्रतिशत भी खर्च न कर पाने वाली भाजपा सरकार अनुपूरक बजट लाई है। ताकि समाज के विभिन्न वर्गों को कुछ न कुछ देने का बहाना देकर भ्रमित किया जा सके। विकास के तो कहीं दर्शन ही नहीं हो रहे हैं। इण्डो नेपाल सीमा पर 640 किलोमीटर सड़क पीडब्लूडी (PWD) को बनानी है, लेकिन 10 साल में मात्र 132 किलोमीटर सड़क बन पाई। दिसम्बर 2019 तक 27 प्रतिशत जमीन अधिग्रहीत करने का काम भी नहीं हो पाया। जो सड़क बनी उसकी गुणवत्ता भी संतोषजनक नहीं है।