सामुद्रिक शास्त्र एक प्राचीन शास्त्र है। इसमें मनुष्यों की शारीरिक बनावट के बारे में बारीकी ये बताया गया है। इस शास्त्र में शरीर के अंगों की बनावट के आधार पर उसका व्यवहार बताया गया है।
Samudrik Shastra: सामुद्रिक शास्त्र एक प्राचीन शास्त्र है। इसमें मनुष्यों की शारीरिक बनावट के बारे में बारीकी ये बताया गया है। इस शास्त्र में शरीर के अंगों की बनावट के आधार पर उसका व्यवहार बताया गया है। सामुद्रिक शास्त्र में हाथ के अंगूठे की बनावट के आधार पर उसका व्यवहार और रिश्तों के बारे में बताया गया है। आइये जानते है अलग अलग अंगूठे की बनावट व्यक्ति के बारे में क्या राज खोलते है।
अंगूठा मोटा और छोटा
सामुद्रिक शास्त्र के मुताबिक यदि किसी व्यक्ति के हाथ का अंगूठा मोटा या छोटा है तो वह व्यक्ति प्यार के मामले में भाग्यशाली नहीं माना जाता। ऐसे व्यक्तियों को प्यार का अभाव सदैव खटकता रहता है।
अंगूठा लंबा और पतला
सामुद्रिक शास्त्र के अनुसार पतले और लंबे अंगूठे वाले बहत साहसी होते है। ऐसे लोग किसी पर भी जल्दी भरोसा कर लेते हैं। इन लोगों की आदत होती है कि ये प्यार में पड़ने से पहले से यह ज्यादा नहीं सोचते
लचीला अंगूठा
सामुद्रिक शास्त्र के अनुसार जिन लोगों के हाथ का अंगूठा लचीला होता है यानि काफी हद तक आसानी से मुड़ जाता है, ऐसे लोग स्वभाव से भी लचीले होते हैं। ऐसे लोग दिल में कुछ भी नहीं रखते और जो बोलना है वो मुंह पर बोलते हैं। यही वजह से इनका प्रेम संबंध लंबे समय तक नहीं टिक पाता।
अंगूठा पतला लेकिन लंबा नहीं
जिन लोगों का अंगूठा पतला लेकिन लंबा न हो ऐसे लोग प्रेम के मामले में काफी भाग्यशाली होते हैं। ऐसे लोग अपने लिए समझदार पार्टनर का चयन करते हैं और रिश्ता निभाने की भरपूर कोशिश करते हैं।