व्यक्ति के शरीर के अंगों पर कुछ निशान या खास तरह के चिन्ह पाये जाते है। ज्योतिष शास्त्र में इन चिन्हों और निशानों के बारे बताया गया है। इन का बहुत ही गहरा अर्थ है। ज्योतिष शास्त्र में अंगों पर पाये जाने वाले तिलों को आधार बना कर भविष्य कथन किया जाता है।
Samudrik Shastra: व्यक्ति के शरीर के अंगों पर कुछ निशान या खास तरह के चिन्ह पाये जाते है। ज्योतिष शास्त्र में इन चिन्हों और निशानों के बारे बताया गया है। इन का बहुत ही गहरा अर्थ है। ज्योतिष शास्त्र में अंगों पर पाये जाने वाले तिलों को आधार बना कर भविष्य कथन किया जाता है। सामुद्रिक शास्त्र में मनुष्य के शरीर पर मौजूद अंग पर तिलों का विश्लेषण करके उसके भविष्य और व्यक्तित्व के बारे में बताया जाता है। इस शास्त्र में अशुभ और शुभ दोनों प्रकार के तिलों का वर्णन है।पांव के तलवों में तिल पाया जाता है। आइये जानते है तलवों पर पाये जाने वाले तिल के का क्या महत्व है।
1.माना जाता है कि तलवे के ऊपरी हिस्से यानी पंजे के निचले हिस्से पर तिल होने से व्यक्ति बहुत भाग्यशाली होता है। आर्थिक तंगी से दूर रहते है ऐसे लोग। ऐसे जातक अपने शौक पूरा करने के लिए खूब मेहनत करते हैं। इन्हें घूमने- फिरने का बेहद शौक होता है।
2.तलवे के निचले हिस्से यानी एड़ी पर तिल होने से व्यक्ति सकारात्मकता से भरा हुआ होता है। ऐसे व्यक्ति के जीवन में यात्राओं के योग बहुत अधिक होते हैं। इनकी सोच दुनियादारी से परे होती है।