आम आदमी पार्टी (AAP) के राज्यसभा सांसद संजय सिंह (Sanjay Singh) की गिरफ्तारी पर उनके पिता ने बड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि हमने कहा है कि हम सहयोग करेंगे। मैंने उनसे (संजय सिंह) कहा कि चिंता न करें। मुझे लगता है कि उन्हें गिरफ्तार करने के लिए उन्हें कोई आधार नहीं मिला, लेकिन चूंकि वे (ED अधिकारियों को) गिरफ्तार करने के लिए कहा गया था।
नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी (AAP) के राज्यसभा सांसद संजय सिंह (Sanjay Singh) की गिरफ्तारी पर उनके पिता ने बड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि हमने कहा है कि हम सहयोग करेंगे। मैंने उनसे (संजय सिंह) कहा कि चिंता न करें। मुझे लगता है कि उन्हें गिरफ्तार करने के लिए उन्हें कोई आधार नहीं मिला, लेकिन चूंकि वे (ED अधिकारियों को) गिरफ्तार करने के लिए कहा गया था। उन्होंने उसे गिरफ्तार कर लिया। इसके सकारात्मक परिणाम आएंगे, क्योंकि सरकार बदल जाएगी।
इस मामले में इससे पहले कुल 13 लोगों की गिरफ्तारी की जा चुकी है। बता दें कि शराब कारोबारी दिनेश अरोड़ा (Liquor businessman Dinesh Arora) को सरकारी गवाह बनाने के अगले दिन ईडी (ED) ने संजय सिंह (Sanjay Singh) के 125 नॉर्थ एवेन्यू स्थित सरकारी आवास पर छापेमारी की थी। दिनेश अरोड़ा (Dinesh Arora)ने बयान में कहा है कि संजय सिंह (Sanjay Singh) के अनुरोध पर उसने दिल्ली के रेस्तरां और बार मालिकों से 82 करोड़ जमा करके मनीष सिसोदिया (Manish Sisodia) को चेक के रूप में पार्टी फंड के बहाने दिया था।
‘जब-जब मोदी डरता है ईडी को आगे करता है’
संजय सिंह (Sanjay Singh) की गिरफ्तारी के बाद आम आदमी पार्टी (AAP) कार्यकर्ता पुलिस से उलझ गए। इस दौरान पुलिस और आप कार्यकर्ताओं के बीच जमकर धक्कामुक्की हुई। इससे पहले संजय सिंह (Sanjay Singh) के सरकारी आवास के बाहर जुटे आप कार्यकर्ता ने नारे लगाते हुए कहा कि ‘जब-जब मोदी डरता है ईडी को आगे करता है।’
जांच एजेंसियों का इस्तेमाल राजनीतिक एजेंडे को पूरा करने के लिए नहीं किया जा सकता : अरविंदर सिंह लवली
दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष अरविंदर सिंह लवली ने कहा कि कांग्रेस किसी भी प्रकार की अनियमितता का समर्थन नहीं करती है और शराब नीति मामले में दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए। यदि कोई व्यक्ति इसमें शामिल पाया जाता है तो उसे गिरफ्तार किया जाना चाहिए। लेकिन अगर किसी व्यक्ति को इस आधार पर गिरफ्तार किया जा रहा है कि वह/ वह जांच में सहयोग नहीं कर रही है तो यह एजेंसियों का दुरुपयोग है। जांच एजेंसियों का इस्तेमाल राजनीतिक एजेंडे को पूरा करने के लिए नहीं किया जा सकता है।