Satish Chandra Dwivedi jeevan parichay : योगी सरकार (Yogi Government)में बेसिक शिक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) (Minister of State (Independent Charge) for Basic Education) सतीश चंद्र द्विवेदी (Satish Chandra Dwivedi) भारतीय जनता पार्टी (BJP)के टिकट पर उत्तर प्रदेश की 17 वीं विधान सभा (17th Legislative Assembly of Uttar Pradesh) में पहली बार विधायक निर्वाचित हुए हैं।
Satish Chandra Dwivedi jeevan parichay : योगी सरकार (Yogi Government)में बेसिक शिक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) (Minister of State (Independent Charge) for Basic Education) सतीश चंद्र द्विवेदी (Satish Chandra Dwivedi) भारतीय जनता पार्टी (BJP)के टिकट पर उत्तर प्रदेश की 17 वीं विधान सभा (17th Legislative Assembly of Uttar Pradesh) में पहली बार विधायक निर्वाचित हुए हैं। सतीश चंद्र द्विवेदी उत्तर प्रदेश के सिद्धार्थनगर जिले (Siddharthnagar District) की इटवा (विधानसभा क्षेत्र) निर्वाचित प्रतिनिधि हैं। इन्होंने समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के दिग्गज नेता व तत्कालीन विधानसभा अध्यक्ष माता प्रसाद पांडेय( erstwhile assembly speaker Mata Prasad Pandey) को हराकर विधानसभा में पहुंचे हैं।
प्रारंभिक जीवन और शिक्षा
सतीश चंद्र द्विवेदी का जन्म 1 मई 1978 को उत्तर प्रदेश के सिद्धार्थनगर जिले के शनिचरा गांव में अयोध्या प्रसाद द्विवेदी के घर हुआ था। उन्होंने 2009 में डॉ. कल्याणी द्विवेदी से शादी की है। इनके एक बेटा और एक बेटी है। वह एक ब्राह्मण परिवार से ताल्लुक रखते हैं। उन्होंने दीन दयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय (Deen Dayal Upadhyay Gorakhpur University) से 2010 में डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी (पीएचडी) प्राप्त किया।
ये है पूरा सफरनामा
नाम- डा. सतीश चन्द्र द्विवेदी
निर्वाचन क्षेत्र – 305, इटवा, सिद्धार्थ नगर,
दल – भारतीय जनता पार्टी
पिता का नाम- स्व. अयोध्या प्रसाद द्विवेदी
जन्म तिथि -1 मई, 1978
जन्म स्थान- शनिचरा (सिद्धार्थनगर)
धर्म- हिन्दू
जाति- ब्राह्मण
शिक्षा- स्नातकोत्तर, पीएचडी
विवाह – 07 मई, 2009
पत्नी का नाम – (डॉ0) कल्याणी द्विवेदी
सन्तान- एक पुत्र, एक पुत्री
व्यवसाय -अध्यापन
मुख्यावास : ग्राम- शनिचरा, पोस्ट- बरगदवा खखरी, जिला- सिद्धार्थनगर
राजनीतिक कैरियर
द्विवेदी के राजनीतिक जीवन की शुरुआत अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से हुई है। वे पहले प्रयास में ही विधायक बनने में सफल रहे है। उत्तर प्रदेश की 17वीं विधानसभा (2017) के चुनावों में उन्होंने तत्कालीन विधानसभा अध्यक्ष माता प्रसाद पांडेय (समाजवादी पार्टी) को 12,923 मतों के अंतर से हराया था।