मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक (Satya Pal Malik) ने शनिवार को एक बार फिर भारतीय जनता पार्टी के शीर्ष नेतृत्व के खिलाफ बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि पार्टी से मुझे भी इशारे थे कि यदि चुप हो जाऊं तो उप राष्ट्रपति बना देंगे, लेकिन मैंने कह दिया, मैं ऐसा नहीं कर सकता।
राजस्थान। मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक (Satya Pal Malik) ने शनिवार को एक बार फिर भारतीय जनता पार्टी के शीर्ष नेतृत्व के खिलाफ बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि पार्टी से मुझे भी इशारे थे कि यदि चुप हो जाऊं तो उप राष्ट्रपति बना देंगे, लेकिन मैंने कह दिया, मैं ऐसा नहीं कर सकता।
उन्होंने कहा कि मैंने कहा कि बीजेपी में काफी लोग ऐसे हैं, जिन पर ईडी, सीबीआई, आईटी के छापे पड़ सकते हैं। उन्होंने कहा कि सरकार को इन बीजेपी वालों पर भी छापे डलवा देने चाहिए। मलिक ने यह भी कहा कि वे राज्यपाल का कार्यकाल समाप्त होने के बाद किसानों के बीच जाएंगे। बता दें कि मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक (Meghalaya Governor Satya Pal Malik) रविवार को राजस्थान दौरे पर आए हैं। वे यहां झुंझुनूं जिले के बगड़ इलाके में पहुंचे थे।
मेघालय के राज्यपाल मलिक (Meghalaya Governor Malik) को तीखे तेवर दिखाते हुए उप राष्ट्रपति को लेकर बड़ा बयान दिया है। पत्रकारों से बातचीत में सत्यपाल मलिक (Satya Pal Malik) ने कहा कि जगदीप धनखड़ (Jagdeep Dhankhar) डिजर्व करते हैं इस पद के लिए, लेकिन मुझे भी इशारे किए गए थे कि यदि मैं सच बोलना बंद कर दूंगा तो मुझे उप राष्ट्रपति बना देंगे, लेकिन मैंने कह दिया। मैं ऐसा नहीं कर सकता।
उन्होंने आगे कहा कि जो महसूस करता हूं। वह बोलता ही हूं। चाहे उसके लिए मुझे कुछ भी छोड़ना पड़े। देश में गैर बीजेपी नेताओं पर डाले जा रहे ईडी, आईटी और सीबीआई के छापों को लेकर भी मलिक ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि बीजेपी में कई ऐसे लोग हैं, जिन पर अब तक ईडी, आईटी और सीबीआई के छापे डल जाने चाहिए थे, लेकिन ऐसा हुआ नहीं है। यही कारण है कि देश में इन एजेंसियों को लेकर अलग माहौल बन गया है।
मलिक ने राहुल गांधी की तारीफ
राहुल गांधी (Rahul Gandhi) की तारीफ मलिक ने कहा कि सरकार को कुछ अपने लोगों पर भी कार्रवाई करनी चाहिए, ताकि देश में एजेंसियों को लेकर जो माहौल बना हुआ है, वो सही रह सके। सत्यपाल मलिक ( Satya Pal Malik) ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) की तारीफ की। उन्होंने कहा कि अच्छा है। एक नौजवान अपनी पार्टी के लिए काम कर रहा है। एक नेता पैदल तो चल रहा है, जबकि आज के वक्त में ऐसा कोई नहीं करता। उनकी भारत जोड़ो यात्रा से क्या मैसेज जाता है, वो तो जनता बताएगी। लेकिन उन्हें यह काम ठीक लग रहा है।
अडानी की संपत्ति बढ़ रही है तो किसानों की आमदनी नीचे जा रही है
मलिक ने कहा कि राज्यपाल का कार्यकाल पूरा होने के बाद वे किसानों की लड़ाई में उनका साथ देंगे। किसान को बेवकूफ समझने की भूल की जा रही है, जबकि कहावत है कि बेपढ़ा जाट पढ़ा जैसा, पढ़ा जाट खुदा जैसा। इसलिए किसान बड़ी होशियार कौम है। किसान आंदोलन से जुड़े लोग भी होशियार हैं। मैं उनकी पूरी मदद करूंगा। जहां पर भी किसानों की लड़ाई होगी। वहां जाऊंगा।
मलिक ने कारोबारी गौतम अडानी (Gautam Adani) की बढ़ती संपत्ति को लेकर भी हमला बोला। उन्होंने कहा कि देश में यूट्यूब जैसे हालात हो रहे हैं। अडानी की संपत्ति बढ़ रही है तो किसानों की आमदनी नीचे जा रही है। अडानी एशिया के तीसरे नंबर के अमीर बन गए हैं। लोगों में यह चर्चा है कि अडानी का साथ सरकार दे रही है। उन्होंने कहा कि वर्तमान हालातों को देखते हुए नहीं लगता कि सरकार एमएसपी पर कोई फैसला लेगी, इसलिए किसानों को फिर से आंदोलन करना पड़ेगा।
राजपथ का नाम बदलना गलत फैसला
राजपथ का नाम बदलने पर भी मलिक ने टिप्पणी करते कहा कि मैं हमेशा प्रधानमंत्री के काम को सपोर्ट करता हूं, लेकिन राजपथ का नाम कर्तव्य पथ रखने की कोई जरूरत नहीं थी। राजपथ नाम भी ठीक था। बोलने में अच्छा था। अब कर्तव्य पथ एक मंत्र जैसा लगता है, लेकिन अब प्रधानमंत्री ने कर दिया तो हमें मंजूर है।