यूपी के पीलीभीत जिले (Pilibhit District) में तीन दिन से लगातार हो रही बारिश ने तराई क्षेत्र का जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों तक पानी ही पानी नजर आ रहा है। सोमवार को भी बारिश का क्रम जारी रहा। मौसम विभाग (Meteorological Department) ने 24 घंटे और भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है।
लखनऊ। यूपी के पीलीभीत जिले (Pilibhit District) में तीन दिन से लगातार हो रही बारिश ने तराई क्षेत्र का जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों तक पानी ही पानी नजर आ रहा है। सोमवार को भी बारिश का क्रम जारी रहा। मौसम विभाग (Meteorological Department) ने 24 घंटे और भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। इसके मद्देनजर डीएम ने स्कूलों में अवकाश बढ़ा दिया है। अब तीन सितंबर को भी आठवीं तक के स्कूल बंद रहेंगे। इससे पहले दो सितंबर तक 12वीं तक के स्कूलों में अवकाश घोषित किया गया था।
बारिश के कारण नेपाल सीमा से सटे गांवों में शारदा, जगबूड़ा सहित सहायक नदियां उफान पर हैं। नदियों का पानी ओवरफ्लो होकर खेतों और आबादी वाले इलाकों में घुस गया है, जिससे सब्जी और धान की फसलों को भारी नुकसान पहुंचने की आशंका है। देवहा नदी में भी तेजी से जलस्तर बढ़ रहा है।
कलीनगर क्षेत्र के बंदरभोज, बूदीभूड, नौजल्हा नंबर एक व दो, महाराजपुर, भूड़ागोरख समेत आधा दर्जन से अधिक गांव बाढ़ की चपेट में हैं। धान की फसल में बाली निकलने के समय पानी भर जाने और नाजुक सब्जी फसलों के डूबने से किसान निराश हैं। ग्रामीणों का कहना है कि उनकी मेहनत पर पानी फिर गया है। कई घरों और सड़कों तक पानी घुसने से हालात और बिगड़ गए हैं।
नाव का संचालन दो दिन से बंद
रामनगर क्षेत्र (Ramnagar Area) में शारदा नदी (Sharda River) पर दो दिन से नावों का संचालन बंद है। शारदा पार के लोग नदी के उसी ओर फंसे हुए हैं और अपने मवेशियों को सुरक्षित ऊंचे स्थानों पर पहुंचाने को मजबूर हैं। इधर, गोरख डिब्बी इलाके में शारदा नदी के दाहिने किनारे पर बनी ठोकर संख्या 26 पर खतरा मंडरा रहा है।
नदी का पानी लूप बनाकर तेजी से घूम रहा है, जिससे कटान का खतरा बढ़ गया है। ग्रामीणों का आरोप है कि सिंचाई विभाग ने ठोकर की मजबूती पर ध्यान नहीं दिया, जिससे स्थिति और गंभीर हो सकती है। हालांकि अभियंता इसे नियंत्रण में बता रहे हैं।
प्रमुख मार्गों पर बह रहा पानी, जोखिम भरा सफर
जिले के प्रमुख मार्गों पर पानी बहने से सफर में भी जोखिम बढ़ गया है। घुंघचाई दियूरिया कला मार्ग (Ghungchai Diuria Kala Marg) पर जंगल के अंदर बारिश का पानी तेज धार में सड़क पर बह रहा है। पानी के बहाव की वजह से आवागमन थम गया है। लोगों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। बारिश ने लोगों की काफी मुश्किलें बढ़ा दी हैं। गजरौला से माल रिछोला मार्ग (Mal Richhola Road) पर सड़क के ऊपर पानी का बहाव भी तेज है। इस वजह से लोगों को आवागमन में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। सफर में जोखिम बढ़ गया है। यह मार्ग गजरौला से माधौटांडा सड़क (Gajraula to Madhotanda Road) से जाकर मिलता है।
मझोला क्षेत्र में औद्योगिक एरिया भरा पचपेड़ा (Industrial area Pachpeda filled) जाने वाले मझोला –बिरहनी मार्ग (Majhola-Birhani Marg) पर देवहा और कुलारा फॉर्म के पास पानी तेज गति से सड़क पर बह रहा है। बरखेड़ा क्षेत्र में दौलतपुर और अन्य गांवों को जोड़ने वाले मार्गों पर भी पानी का बहाव चल रहा है। कई गांवों के संपर्क मार्ग पर भी जलभराव से ग्रामीणों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।