हिंदू धार्मिक ग्रंथों में कौवे को बहुत महत्व दिया जाता है।प्राचीन धर्म शास्त्र शकुन शास्त्र में भी कौवे के बारे में कहा गया है कि वे भविष्य की घटनाओं का आभास कर लेते है।
Shakun Shastra : हिंदू धार्मिक ग्रंथों में कौवे को बहुत महत्व दिया जाता है।प्राचीन धर्म शास्त्र शकुन शास्त्र में भी कौवे के बारे में कहा गया है कि वे भविष्य की घटनाओं का आभास कर लेते है। इसके साथ ही इस बात का संकेत देते है कि भविष्य में कुछ शुभ या अशुभ होने वाला है। कौवे को धार्मिक ग्रंथों में बहुत ही ज्ञानी बताया गया है। संत तुलसीदास जी ने रामचरितमानस के उत्तरकाण्ड में लिखा है कि काकभुशुण्डि परमज्ञानी रामभक्त हैं। आइये जानते है कौवे से जुड़े शकुन के संकेतों के बारे में।
1.यदि कौआ घर के मुंडेर पर बैठता है और भारी आवाज निकालता है, तो यह इस बात का संकेत है कि आपके घर मेहमान आने वाले हैं।
2.शकुन शास्त्र के अनुसार दोपहर के समय कोई कौवा उत्तर दिशा में आवाज करता है तो उसे अच्छा माना जाता है।
3.इसी तरह अगर कौवा पूर्व दिशा में आवाज करता है तो यह भी शुभ माना जाता है।
4.यदि आप किसी यात्रा के लिए जा रहे हैं, और अचानक आपकी खिड़की या बालकनी पर एक कौवा आ जाता है और शोर करता है, तो इसका मतलब है कि आपकी यात्रा अच्छी होगी।
5.यदि आप शोर करते हुए अपनी बालकनी पर कौवे का समूह देखते हैं, तो यह एक अच्छा संकेत नहीं माना जाता है। पक्षी चेतावनी दे रहे हैं कि कुछ बुरा होने वाला है