Shani Dev Puja : शनिदेव को शनिवार का दिन समर्पित माना गया है। शनि को न्याय देवता कहा जाता है। व्यक्ति को उसके कर्मों के हिसाब से फल शनिदेव देते हैं। धार्मिक मान्यता है कि शनिदेव जब किसी व्यक्ति पर मेहरबान होते हैं तो उसका जीवन बदल जाता है। वो आर्थिक, शारीरिक व मानसिक तीनों रूप से समृद्ध होता है।
Shani Dev Puja : शनिदेव को शनिवार का दिन समर्पित माना गया है। शनि को न्याय देवता कहा जाता है। व्यक्ति को उसके कर्मों के हिसाब से फल शनिदेव देते हैं। धार्मिक मान्यता है कि शनिदेव जब किसी व्यक्ति पर मेहरबान होते हैं तो उसका जीवन बदल जाता है। वो आर्थिक, शारीरिक व मानसिक तीनों रूप से समृद्ध होता है।
14 मई को पड़ने वाले शनिवार को शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए विशेष संयोग बन रहा है। इस शनिवार को शनि दोष से पीड़ित जातकों को शनिदेव की पूजा-अर्चना अवश्य करनी चाहिए।
14 मई को शनिदेव की पूजा का है खास संयोग
हिंदू पंचांग के अनुसार, 14 मई को वैशाख मास की शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी है। इस दिन शनिवार है और चित्रा नक्षत्र है। शनिवार को सुबह 06 बजकर 13 मिनट तक चंद्रमा कन्या राशि में इसके बाद तुला राशि में प्रवेश कर जाएगा।
इन राशियों के लोग करें शनिदेव की पूजा
वर्तमान में शनिदेव कुंभ राशि में संचार कर रहे हैं। शनिदेव का राशि परिवर्तन 29 अप्रैल को हुआ था। शनि राशि परिवर्तन के साथ ही कुछ राशियों पर शनि ढैय्या व साढ़े साती शुरू होती है। वर्तमान में कुंभ, मकर व मीन राशि के जातक शनि की साढ़े साती से पीड़ित हैं। कर्क व वृश्चिक राशि के जातकों पर शनि ढैय्या चल रही है। ऐसे में इन पांच राशियों के जातकों को शनिवार को शनिदेव की पूजा करनी चाहिए। मान्यता है कि ऐसा करने से शनि दोष का प्रभाव कम होगा।
इन उपायों से शनिदेव होंगे प्रसन्न
शनिवार के दिन सूर्यास्त के बाद पीपल के पेड़ में दीपक जलाने से शनिदेव प्रसन्न होते हैं। ऐसा करने से आर्थिक स्थिति में सुधार होता है।
शनिवार के दिन हनुमान जी की पूजा करने से शनिदेव प्रसन्न होते हैं। पौराणिक कथाओं के अनुसार, शनिदेव ने हनुमान जी को वचन दिया था कि वे बजरंगबली के भक्तों को कभी नहीं सताएंगे।
शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए शनिवार के दिन पीपल के पड़े में जल चढ़ाएं और पेड़ की सात बार परिक्रमा करें।
किसी गरीब या जरूरतमंद को शनिवार के दिन तेल का दान करें।