नई दिल्ली: मेहीनों से चल रहे किसान आंदोलन ने 26 जनवारी के बाद आक्रामक रूप ले लिया लेकिन किसान आंदोलन को लेकर बवाल तब और बड़ा हो गया, जब अमेरिकन सिंगर रिहाना ने किसानों के समर्थन में एक पोस्ट किया।
आपको बता दें, उनके इस पोस्ट का विरोध करने के लिए बॅालीवुड स्टार्स की लंबी कतार लग गई। अब खुद रिहाना विवादों में घिरी नजर आ रही हैं। एक मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार एक रिपोर्ट में ये दावा किया जा रहा है कि किसानों पर पोस्ट करने के लिए रिहाना को कनाडा के पीआर फर्म ने 18 करोड़ रुपए दिए। जो खालिस्तान समर्थक से जुड़ी हुई है।
रिहाना से जुड़ी ये रिपोर्ट सामने आने के बाद एक बार फिर विवाद गहराता हुआ नजर आ रहा है। ये बताया जा रहा है कि कनाडा की संस्था पोएटिक जस्टिस फाउंडनेशन ने किसान आंदोलन को लेकर विश्व स्तर पर कैंपन चलाने में अहम भूमिका निभाई है। ये भी कहा जा रहा है कि कनाडा के बाहर कई राजनीतिक नेता और कार्यकता किसान आंदोलन का साथ दे रहे हैं।
द प्रिंट की रिपोर्ट अनुसार स्काई रॅाकेट नाम की पीआर फर्म ने रिहाना को किसानों के समर्थन में पोस्ट करने के लिए 2.5 मिलियन डॅालर की रकम दी। जो कि कुल 18 करोड़ रुपए हैं। रिपोर्ट में ये भी बताया गया है कि स्वीडन की एक्टिविस्ट ग्रेटा थनबर्ग ने जो पोस्ट शेयर किया था, वो भी भारत के खिलाफ नफरत पैदा करने के लिए उन तक पहुंचाई गई थी।