सनातन धर्म माता लक्ष्मी की पूजा का विशेष महत्व है। माता लक्ष्मी को प्रसन्न करने के विधि विधान से उनकी पूजा की जाती है।
Sri Lakshmi Panchami vrat 2023 : सनातन धर्म माता लक्ष्मी की पूजा का विशेष महत्व है। माता लक्ष्मी को प्रसन्न करने के विधि विधान से उनकी पूजा की जाती है। प्रत्येक वर्ष चैत्र शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को लक्ष्मी पंचमी मनाई जाती है। इस दिन पूरे धममधाम से माता लक्ष्मी पूजा की जाती है। इस बार लक्ष्मी पंचमी पर्व 25 मार्च, शनिवार के दिन मनाया जाएगा। इस दिन सर्वकार्यों में सिद्धि देने वाला रवियोग भी रहेगा जो दोपहर 2 बजकर 2 मिनट से प्रारंभ होगा।
जानिए लक्ष्मी पंचमी की पूजा विधि, शुभ मुहूर्त, महत्व और उपाय।
लक्ष्मी पंचमी व्रत का हिंदू धर्म में खास महत्व माना जाता है। अगर आप आर्थिक तंगी से जझ रहे हैं या नौकरी और व्यवसाय में असफलता का सामना करना पड़ रहा है तो लक्ष्मी पंचमी का व्रत जरूर करें।
मां लक्ष्मी की मूर्ति को पंचामृत से स्नान करवाकर षोडशोपचार पूजन करें। माता को चंदन, केले के पत्ते, सुगंधित फूलों की माला, चावल, दूर्वा, लाल धागा,सुपारी, नारियल आदि चढ़ाएं। भोग में चावल या मखाने की खीर का नैवेद्य लगाएं। आरती करें। पूरे दिन व्रत रखें। अन्न ग्रहण नहीं किया जाता है, फलाहार ले सकते हैं। सायंकाल देवी लक्ष्मी की मूर्ति के सामने घी का दीप प्रज्जवलित करें। सायंकाल के समय सामान्य पूजन कर ललिता सहस्रनामए श्री सूक्त, कनकधारा स्तोत्र या लक्ष्मी स्तोत्र मा पाठ करें।