गालीबाज नेता श्रीकांत त्यागी (Shrikant Tyagi) को गैंगेस्टर का मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया गया है। इसके बाद भी ठंडे पड़ रहे प्रकरण को राजनीतिक दल सियासी हवा देकर दोबारा गर्म करने की कोशिशें शुरू कर दी है। बता दें कि इसकी खास वजह यह है कि पश्चिम यूपी की कई सीटों पर त्यागी समाज निर्णायक भूमिका निभाता है।
नोएडा । गालीबाज नेता श्रीकांत त्यागी (Shrikant Tyagi) को गैंगेस्टर का मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया गया है। इसके बाद भी ठंडे पड़ रहे प्रकरण को राजनीतिक दल सियासी हवा देकर दोबारा गर्म करने की कोशिशें शुरू कर दी है। बता दें कि इसकी खास वजह यह है कि पश्चिम यूपी की कई सीटों पर त्यागी समाज निर्णायक भूमिका निभाता है। इसलिए त्यागी समाज को अपने पाले में लाने की कोशिशें राजनीतिक दलों ने शुरू कर दी हैं। ऐसे में समाजवादी पाटी (Samajwadi Party) ने मामले में एंट्री मारते हुए उसने दोनों पक्ष की पीड़ित महिलाओं से मुलाकात के लिए दल नामित किया है, जिसमें प्रताड़ित पक्ष की महिला (जिसके साथ अभद्रता हुई) ने नेताओं से मिलने को इनकार कर दिया है।
इसके अलावा दूसरा झटका सपा प्रतिनिधि मंडल (SP Delegation)के दौरे से पहले ही नोएडा में पार्टी में बगावत शुरू हो गई है। त्यागी समाज को साधने के चक्कर में पार्टी के वैश्य समुदाय के नेता बगावत पर उतर आए हैं। इसी क्रम में महानगर उपाध्यक्ष शैलेंद्र कुमार वर्णवाल (Metropolitan Vice President Shailendra Kumar Varnwal) ने राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) व प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल (Naresh Uttam Patel) को इस्तीफा भेज दिया है। उन्होंने महिला के साथ धक्का-मुक्की के साथ वैश्य जाति पर अपमानजनक शब्दों का प्रयोग करने वाले परिवार से मिलने के पार्टी के निर्णय से असहमति जताई है। इसके साथ ही सहयोगियों संग प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देने का ऐलान किया है।
जानें क्या था मामला?
नोएडा के फेज -2 थाना क्षेत्र के सेक्टर-93बी स्थित ग्रैंड ओमेक्स सोसाइटी निवासी गालीबाज नेता श्रीकांत त्यागी का बीते माह पांच अगस्त को कुछ पौधे लगाने को लेकर महिला से विवाद हो गया था। महिला ने श्रीकांत त्यागी पर पौधे लगाकर जमीन कब्जाने का आरोप लगाया तो श्रीकांत ने महिला से अभद्रता करते हुए गालियां देकर धमका दिया। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद आरोपी के खिलाफ पुलिस ने छेड़छाड़ का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी। इसके बाद में मामला बढ़ने पर 10 लोगों पर एफआरआई दर्ज हुई।