वैदिक ज्योतिष में शुक्र देव का विशेष महत्व है। रिश्तों, विवाह और बच्चों से संबंधित मामलों में शुक्र देव की सकारात्मक कृपा आवश्यक है। शुक्र देव की कृपा से सुंदरता और रचनात्मकता की प्राप्ति होती है।
Shukra Rashi Parivartan 2022 : वैदिक ज्योतिष में शुक्र देव का विशेष महत्व है। रिश्तों, विवाह और बच्चों से संबंधित मामलों में शुक्र देव की सकारात्मक कृपा आवश्यक है। शुक्र देव की कृपा से सुंदरता और रचनात्मकता की प्राप्ति होती है। शुक्र ग्रह वृष और तुला राशि पर शासन करता है और मीन राशि में होने पर उच्च का होता है। यदि शुक्र बुध, केतु, या शनि के साथ युति करता है, तो जातक का जीवन समृद्ध होता है, और राहु, सूर्य या चंद्रमा के साथ युति होने पर, जातक का दुखदायी समय आ सकता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार 13 जुलाई को गुरु पूर्णिमा के दिन शुक्र देव अपनी राशि बदलने जा रहे हैं। आज शुक्र ग्रह वृषभ राशि से निकलकर मिथुन राशि में गोचर करेंगे और 7 अगस्त तक यहां रहेंगे।
वृषभ राशि
शुक्र गोचर वृषभ राशि से निकलकर मिथुन राशि में प्रवेश करेंगे और इसका असर वृष राशि के जातकों पर पड़ेगा। ऐसे में इस राशि के जातकों को थोड़ा संयम बरतना होगा।
कर्क राशि
कर्क राशि के लोगों के आर्थिक संकट का सामना करना पड़ सकता है। इस दौरान आपके खर्च भी बढ़ सकते हैं।
वृश्चिक राशि
इस राशि के जातकों के जीवन में वाद-विवाद की स्थिति पैदा हो सकती है जिसकी वजह से आपको आर्थिक नुकसान का भी सामना करना पड़ सकता है। साथ ही सेहत से जुड़ी परेशानी भी हो सकती है।
मीन राशि
मीन राशि पर भी शुक्र गोचर का बुरा प्रभाव पड़ सकता है। इस राशि के लोगों को किसी भी प्रकार का निवेश करने से पहले थोड़ा सोच-विचार करें। धन-संपत्ति से जुड़े कार्यों के लिए भी यह समय शुभ नहीं है।