सौंदर्य के देवता शुक्र देव को ज्योतिष में सौंदर्य, भौतिक सुख, रोमांस आदि का कारक माना जाता है। ज्योतिष ग्रंथों के अनुसार, शुक्र देव को सौंदर्य, ऐश्वर्य, विलासिता और सांसारिक सुखों का कारक बताया गया है।
Shukra Vakri : सौंदर्य के देवता शुक्र देव को ज्योतिष में सौंदर्य, भौतिक सुख, रोमांस आदि का कारक माना जाता है। ज्योतिष ग्रंथों के अनुसार, शुक्र देव को सौंदर्य, ऐश्वर्य, विलासिता और सांसारिक सुखों का कारक बताया गया है। इनके राशि परिवर्तन और गोचर से सभी राशियों पर गहरा असर पड़ता है। इनकी शुभ स्थिति होने से जीवन में धन-धान्य की प्राप्ति व्यक्ति को होती है। वहीं इनके दुर्बल होने से आर्थिक परेशानियों का सामना व्यक्ति को करना पड़ सकता है। शुक्र ग्रह 2 मार्च को मीन राशि में वक्री होंगे। शुक्र की वक्री स्थिति राशिचक्र की कुछ राशियों के लिए शुभ नहीं कही जा सकती। आइए जानते हैं।
मिथुन राशि
विलासिता के देवता शुक्र का गोचर आपके लिए चुनौतीपूर्ण हो सकता है। बिना सोच-विचार के निवेश करना नुकसानदायक हो सकता है, संचित धन को इस दौरान खर्च करने से बचें। प्रेम संबंधों को लेकर कुछ परेशानियां इस राशि के जातकों के जीवन में आ सकती हैं।
कड़ी मेहनत का दामन थामे रखेंगे तो अच्छे फल जीवन में आप पा सकते हैं।
सिंह राशि
वैभव के देवता शुक्र आपके अष्टम भाव में वक्री होंगे, इसकी वजह से मानसिक परेशानियों का सामना आपको करना पड़ सकता है। परिवार के लोगों के बीच मतभेद आपकी चिंता का विषय बन सकते हैं। संतान पक्ष को लेकर भी सावधान इस दौरान रहना होगा। इस दौरान विपरीत लिंगी लोगों से बहसबाजी करने से समाज में नाम खराब हो सकता है, इसलिए संभलकर रहें।
तुला राशि
ऐश्वर्य के देवता शुक्र देव आपकी राशि से छठे भाव में वक्री होंगे। शुक्र ग्रह के वक्री होने से करियर में आपको दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। सेहत पर भी आपको धन खर्च करना पड़ेगा, इसलिए सही बजट बनाकर आगे बढ़ें। वैवाहिक जीवन में छोटी सी बात भी बड़े झगड़े का कारण बन सकती है।