लखनऊ पुलिस (Lucknow Police) ने रविवार को सपा ट्विटर हैंडल के मेंबर और समाजवाद पार्टी के कार्यकर्ता मनीष जगन अग्रवाल (Manish Jagan Agarwal )को रविवार को गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद यूपी की राजधानी का राजनीतिक पारा पारा अचानक इस सर्द मौसम में अचानक चढ़ गया। सूब के प्रमुख विपक्षी दल के मुखिया व विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) अचानक 11.25 बजे पुलिस मुख्यालय पहुंचे।
लखनऊ । लखनऊ पुलिस (Lucknow Police) ने रविवार को सपा ट्विटर हैंडल के मेंबर और समाजवाद पार्टी के कार्यकर्ता मनीष जगन अग्रवाल (Manish Jagan Agarwal )को रविवार को गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद यूपी की राजधानी का राजनीतिक पारा पारा अचानक इस सर्द मौसम में अचानक चढ़ गया। सूब के प्रमुख विपक्षी दल के मुखिया व विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) अचानक 11.25 बजे पुलिस मुख्यालय पहुंचे। इस दौरान उनके हाथ में एक लिफाफा था।
इसके सपा ने ट्विटर हैंडल पर मोर्चा संभालते हुए इसकी जानकारी दी। साथ ही लिखा कि पुलिस मुख्यालय लखनऊ में अब भी कोई जिम्मेदार व्यक्ति उपस्थित नहीं। इसके पहले सुबह पार्टी ने एक ट्वीट कर उसमें मनीष जगन अग्रवाल (Manish Jagan Agarwal ) की गिरफ्तारी की बात बताई थी। पार्टी ने मनीष की गिरफ्तारी को निंदनीय और शर्मनाक बताया था।
बता दें कि लखनऊ पुलिस (Lucknow Police) ने सपा ट्विटर हैंडल के मेंबर और कार्यकर्ता मनीष जगन अग्रवाल को रविवार को गिरफ्तार कर लिया। सपा प्रमुख अखिलेश यादव लखनऊ पुलिस मुख्यालय पहुंचने का पता चलते ही थोड़ी देर में ही सीनियर पुलिस अफसर भी वहां पहुंच गए।
इस दौरान ज्वाइंट सीपी पीयूष मोर्डिया ने अखिलेश को चाय का ऑफर किया तो उन्होंने मना करते हुए कहा कि यहां की चाय नहीं पीएंगे। बाहर की पीएंगे। हम यहां की चाय नहीं पी सकते हैं, जहर दे दोगे तब…हमें भरोसा नहीं है। सच में भरोसा नहीं है। आप अपनी चाय पीजिए, हम अपनी पीएंगे।”
इस दौरान उन्होंने एक कार्यकर्ता को बाहर से चाय लाने की बात भी कही। उधर, अखिलेश के पहुंचने का पता चलते ही बड़ी संख्या में सपा कार्यकर्ता पुलिस मुख्यालय पहुंच गए। वह गेट पर धरने पर बैठ गए। वहां पुलिस से उनकी झड़प हुई। करीब 2 घंटे अखिलेश पुलिस मुख्यालय में रहे। इसके बाद यहां से अखिलेश लखनऊ जेल में मनीष से मिलने पहुंचे। उनके साथ सपा के कई नेता थे। लेकिन, अखिलेश को कार्यकर्ता से मिलने नहीं दिया गया। इस पर सपा प्रमुख ने कहा कि मैं यहां जेल मनीष से मिलने आया था, लेकिन मुझे मिलने नहीं दिया गया है। हालांकि पुलिस की तरफ से कोई बयान नहीं आया है।
अखिलेश ने कहा कि बीजेपी गाली गलौज करती है। बीजेपी के सोशल मीडिया अकाउंट से हमारी पत्नी, परिवार और बच्चियों के लिए अभद्र भाषा का प्रयोग किया गया है, लेकिन उस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। बीजेपी पुलिस का गलत इस्तेमाल करती है। उन पर गलत काम करने का दबाव बनाती है। पहले भी सपा के कई नेताओं के खिलाफ अभद्र भाषा का प्रयोग किया गया और फर्जी मुकदमों में जेल भेजा गया।
अब बीजेपी युवा मोर्चा की सोशल मीडिया हेड पर FIR दर्ज
बता दें कि समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल (State President Naresh Uttam Patel) ने भी काउंटर वार करते हुए रविवार को लखनऊ के हजरतगंज थाने में शिकायत दी है, जिसमें उन्होंने बीजेपी युवा मोर्चा (BJP Yuva Morcha) की सोशल मीडिया इंचार्ज डॉ. ऋचा राजपूत (Dr. Richa Rajput) पर डिंपल यादव के ट्विटर अकाउंट पर अभद्र टिप्पणी की आरोप लगाया है। इसके बाद लखनऊ पुलिस (Lucknow Police) ने शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।