आर्थिक संकट से जूझ रहे श्रीलंका के लोग सड़कों पर आ गए हैं। राष्ट्रपति भवन में प्रदर्शनकारियों का अभी भी कब्जा है। प्रदर्शनकारी राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं। यही नहीं प्रदर्शनकारियों ने प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे के आवास पर भी उन्होंने धावा बोल दिया। तभी से प्रदर्शनकारी इन दोनों जगहों पर डटे हुए हैं।
Sri Lanka Economic crisis: आर्थिक संकट से जूझ रहे श्रीलंका के लोग सड़कों पर आ गए हैं। राष्ट्रपति भवन में प्रदर्शनकारियों का अभी भी कब्जा है। प्रदर्शनकारी राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं। यही नहीं प्रदर्शनकारियों ने प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे के आवास पर भी उन्होंने धावा बोल दिया। तभी से प्रदर्शनकारी इन दोनों जगहों पर डटे हुए हैं।
इसी बीच प्रदर्शनकारियों ने शर्त रखते हुए बताया कि वे यहां से कब निकलेंगे। बता दें कि, अभी भी प्रदर्शनकारी श्रीलंका की राजधानी कोलंबो में प्रदर्शनकारी लगातार दूसरे दिन राष्ट्रपति और प्रधान मंत्री के कार्यालयों पर कब्जा जमाए हुए हैं। मीडिया रिपोर्ट की माने तो प्रदर्शनकारियों ने कसम खाई है कि वे तब तक यहां रहेंगे जब तक कि प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति आधिकारिक तौर पर इस्तीफा नहीं दे देते।
वहीं, पीएम रानिल विक्रमसिंघे की तरफ से कहा गया है कि नई सरकार बनने के बाद वह पद छोड़ देंगे, जबकि प्रधानमंत्री कार्यालय ने एक बयान में कहा है कि राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे ने आधिकारिक तौर पर प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे को बताया कि वह 13 जुलाई को इस्तीफा दे देंगे। लेकिन इसके बावजूद भी प्रदर्शनकारी तब तक हिलने से इनकार कर रहे हैं जब तक कि दोनों नेता आधिकारिक तौर पर अपने पद नहीं छोड़ देते हैं।