Israel–Hamas conflict: पिछले साल 7 अक्टूबर को हमास (Hamas) ने इजरायल (Israel) पर हजारों मिसाइलों से हमला किया था। इन हमलों में 1,206 लोगों की मौत हो गई थी और हमास के लड़कों ने इजरायल व अन्य देशों के नागरिकों को भी बंधक बना लिया था। जिसके बाद से अब तक गाजा (Gaza) में इजरायल और हमास के बीच संघर्ष जारी है। इस संघर्ष में इजरायली सेना (IDF) ने गाजा को पूरी तरह तबाह कर दिया है। इसी बीच गाजा से दिल दहलाने वाली तस्वीरें सामने आयी हैं, जिनमें आवारा कुत्ते लावारिश शवों को खाते नजर आ रहे हैं।
Israel–Hamas conflict: पिछले साल 7 अक्टूबर को हमास (Hamas) ने इजरायल (Israel) पर हजारों मिसाइलों से हमला किया था। इन हमलों में 1,206 लोगों की मौत हो गई थी और हमास के लड़कों ने इजरायल व अन्य देशों के नागरिकों को भी बंधक बना लिया था। जिसके बाद से अब तक गाजा (Gaza) में इजरायल और हमास के बीच संघर्ष जारी है। इस संघर्ष में इजरायली सेना (IDF) ने गाजा को पूरी तरह तबाह कर दिया है। इसी बीच गाजा से दिल दहलाने वाली तस्वीरें सामने आयी हैं, जिनमें आवारा कुत्ते लावारिश शवों को खाते नजर आ रहे हैं।
गाजा के आपातकालीन सेवाओं के प्रमुख फारेस अफाना (Gaza’s emergency services chief Fares Afana) ने सीएनएन को बताया कि उन्हें और उनके सहयोगियों को उत्तरी गाजा में मारे गए फिलिस्तीनियों के शव मिले हैं जिनमें से कई पर जानवरों द्वारा शवों को खाए जाने के निशान हैं। अफाना ने कहा, “भूखे आवारा कुत्ते सड़क पर इन शवों को खा रहे हैं। इससे हमारे लिए शवों की पहचान करना भी मुश्किल हो रहा है।” उत्तरी गाजा और जबालिया क्षेत्र में हालातों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि इजरायली सेना का कहर जारी है। अब त्रासदी (Tragedy) से जूझते गाजा में शवों को अंतिम संस्कार (Last Rites) भी नसीब नहीं हो पा रहा है।
अफ़ाना ने बताया कि सोमवार को इजरायली सैनिकों (Israeli Soldiers) ने फिलिस्तीन शरणार्थियों (Palestine refugees) के लिए संयुक्त राष्ट्र की एजेंसी (UNRWA) द्वारा संचालित एक राहत शिविर केंद्र में खाने की तलाश कर रहे भूखे लोगों पर गोलीबारी की है। उन्होंने कहा, “स्थिति बदतर होती जा रही है। उत्तरी गाजा में जो हो रहा है वह वास्तव में नरसंहार है।” वहीं, UNRWA के प्रमुख फिलिप लाज़ारिनी ने बुधवार को बताया कि गाजा में अकाल और तीव्र कुपोषण की संभावना बनी हुई हैं। यह एक तरह की बंजर जमीन बन गई है और यह जगह रहने लायक भी नहीं है।”