ऐसे में मुख्य साजिशकर्ता की पहचान जरूरी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि, कार्रवाई ऐसी हो जो असामाजिक सोच रखने वाले सभी तत्वों के लिए एक नजीर बने। माहौल बिगाड़ने के बारे में कोई सोच भी न सके। ऐसे में संवाद और सेक्टर स्कीम लागू की जाए।
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) ने सोमवार को कानून व्यवस्था को लेकर समीक्षा बैठक की। इस दौरान उन्होंने कहा कि, समाजविरोधी कुत्सित प्रयासों पर उत्तर प्रदेश पुलिस व प्रशासन द्वारा प्रभावी कार्रवाई की गई है। वर्तमान में स्थिति नियंत्रण में है, लेकिन हमें हर परिस्थितियों के लिए तैयार रहना होगा। पुलिस और प्रशासन हर समय अलर्ट रहे। उन्होंने कहा कि, यह समझना होगा कि असामाजिक तत्वों द्वारा ऐसे प्रयास आने वाले दिनों में फिर से हो सकते हैं।
इन लोगों का उद्देश्य प्रदेश के शांति-सौहार्द को बिगाड़ना है। हमें एक टीम के रूप में काम करते हुए ऐसी कोशिशों को नाकाम करना होगा। यह दुःखद है कि साजिशकर्ताओं ने अपने कुत्सित उद्देश्यों के लिए किशोरवय युवाओं को सहारा बनाया। ऐसे में मुख्य साजिशकर्ता की पहचान जरूरी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि, कार्रवाई ऐसी हो जो असामाजिक सोच रखने वाले सभी तत्वों के लिए एक नजीर बने। माहौल बिगाड़ने के बारे में कोई सोच भी न सके। ऐसे में संवाद और सेक्टर स्कीम लागू की जाए।
उपद्रवियों पर कार्रवाई ऐसी हो, जो असामाजिक सोच रखने वाले सभी तत्वों के लिए एक उदाहरण बने और माहौल बिगाड़ने के बारे में कोई सोच भी न सके।
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) June 11, 2022
साथ ही कहा कि, हम एक लोकतांत्रिक देश के नागरिक हैं। ऐसे में हमें सभी पक्षों से संवाद बनाए रखना होगा। धर्मगुरुओं/सिविल सोसाइटी से सतत संवाद-संपर्क बनाए रखें। इसके साथ ही उपद्रवियों के खिलाफ कार्रवाई भी जारी रखी जाए। जिन भी जनपदों में आने वाले दिनों में माहौल बिगड़ने की आशंका हो, वहां आवश्यकतानुसार धारा 144 प्रभावी की जाए। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कहा कि, कानून-व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने के लिए फील्ड के अधिकारियों के पास सभी तरह के निर्णय लेने का अधिकार है।
स्थानीय स्थिति-परिस्थिति को देखते हुए अपने यथोचित निर्णय लें। साथ ही कहा कि, अन्य जनपद भी तत्परता के साथ कार्य करें। इस बाबत ट्रिब्यूनल गठित है, नियम-संगत कठोरतम कार्रवाई की जाए। बैठक में उन्होंने कहा कि, प्रत्येक दशा में सार्वजनिक/आमजन की संपत्ति को हुई क्षति की वसूली संबंधित दोषी व्यक्ति से ही कराई जाए। प्रयागराज में वसूली की नोटिस भेजे जाने का कार्य प्रारंभ हो गया है।
साजिशकर्ताओं के बैंक डिटेल भी खंगालें
अवैध कमाई समाज-विरोधी कार्यों में ही खर्च होती है। ऐसे में साजिशकर्ताओं/अभियुक्तों के बैंक खातों/संपत्ति आदि का पूरा विवरण एकत्रित करें। इनके वित्तीय स्रोत की गहनता से पड़ताल की जाए। डेडिकेटेड टीम बनाकर जांच करें। ऐसे प्रकरणों में वरिष्ठ अधिकारी लीड करें।