1. हिन्दी समाचार
  2. उत्तर प्रदेश
  3. लखनऊ विश्वविद्यालय में वर्ष 2006 से नहीं हुआ छात्र संघ चुनाव, फिर भी प्रति छात्र 200 रुपये की अवैध वसूली कर रहा है लविवि प्रशासन

लखनऊ विश्वविद्यालय में वर्ष 2006 से नहीं हुआ छात्र संघ चुनाव, फिर भी प्रति छात्र 200 रुपये की अवैध वसूली कर रहा है लविवि प्रशासन

लखनऊ विश्वविद्यालय (Lucknow University) में छात्रसंघ चुनाव वर्ष 2006 में हुआ था। इसके बाद आज तक चुनाव नहीं हुआ, लेकिन स्टूडेंट यूनियन (Student Union) के नाम पर प्रति छात्र 200 रुपये की अवैध वसूल कर लखनऊ विश्वविद्यालय प्रशासन (Lucknow University Administration) अपनी झोली भरने में कोई कसर नहीं छोड़ रहा है।

By संतोष सिंह 
Updated Date

लखनऊ। लखनऊ विश्वविद्यालय (Lucknow University) में छात्रसंघ चुनाव वर्ष 2006 में हुआ था। इसके बाद आज तक चुनाव नहीं हुआ, लेकिन स्टूडेंट यूनियन फीस (Student Union Fee) के नाम पर प्रति छात्र 200 रुपये की अवैध वसूली कर लखनऊ विश्वविद्यालय प्रशासन (Lucknow University Administration) अपनी झोली भरने में कोई कसर नहीं छोड़ रहा है। यह खुलासा एनएसयूआई यूपी सेंट्रल (NSUI UP Central) के प्रदेश महासचिव व छात्र-नेता लखनऊ विश्वविद्यालय छात्र-नेता (Student Leader) आर्यन मिश्रा ने अपने एक्स प्रोफाइल पर एक स्टूडेंट की फीस रसीद शेयर कर किया है।

पढ़ें :- Yogi Cabinet Expansion : योगी मंत्रिमंडल विस्तार शाम 5 बजे ,संभावित मंत्रियों को मुख्यमंत्री आवास बुलाया गया

छात्र संघ चुनाव न होने के कारण 2019-20 के बाद छात्र संगठनों की मांग पर स्टूडेंट यूनियन फीस (Student Union Fees) लेना बन्द कर दिया गया था, परंतु विगत वर्ष 2022 मे शोध मे प्रवेश प्राप्त किये छात्रों से पुन: अवैध तरीके से वसूली की जाने लगी है, छात्र संघ चुनाव लखनऊ विश्वविद्यालय प्रशासन चाहता नहीं, लेकिन छात्र संघ के नाम पर पैसा चाहिए।

पढ़ें :- यंग इंडिया तय करेगा लोकसभा 2024 चुनाव का एजेंडा, देश के विश्वविद्यालयों में मोदी सरकार की शिक्षा-रोज़गार नीतियों पर  जनमत संग्रह

उन्होंने स्टूडेंट की फीस रसीद प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल (Governor Anandi Ben Patel) व लखनऊ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. आलोक राय को शेयर कर इस पर तत्काल रोक लगाए जाने की मांग की है। आर्यन मिश्रा ने लखनऊ विश्वविद्यालय (Lucknow University)  में विगत कई वर्षों से छात्र-संघ चुनाव (Student Union Elections) नहीं हो रहा है। हम लोगों के संघर्ष के बाद प्रशासन ने पैसा लेना बंद कर दिया था, लेकिन प्रशासन द्वारा पुनः इसका पैसा लिया जा रहा ? प्रत्येक छात्र से 200 रुपए लेना क्या यह उचित है ? इसका पैसा कहां गया ? इसी की भी उच्चस्तरीय जांच कराई जाए।

पढ़ें :- हमारा संविधान भेदभाव नहीं करता, 25 वर्षों में भारत बनेगा विकसित देश : CM Yogi
इन टॉपिक्स पर और पढ़ें:
Hindi News से जुड़े अन्य अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें फेसबुक, यूट्यूब और ट्विटर पर फॉलो करे...