केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) को नया प्रमुख मिल गया है। महाराष्ट्र के पूर्व डीजीपी सुबोध कुमार जायसवाल ने बुधवार को देश की सबसे बड़ी जांच एजेंसी सीबीआई के नए निदेशक के रूप में कार्यभार संभाला लिया है।
नई दिल्ली। केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) को नया प्रमुख मिल गया है। महाराष्ट्र के पूर्व डीजीपी सुबोध कुमार जायसवाल ने बुधवार को देश की सबसे बड़ी जांच एजेंसी सीबीआई के नए निदेशक के रूप में कार्यभार संभाला लिया है। सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस एनवी. रमना, विपक्ष के नेता अधीर रंजन चौधरी के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली हाई पावर कमेटी ने एक बैठक में सीबीआई के निदेशक के रूप में सुबोध कुमार जायसवाल के नाम पर मुहर लगाई।
जायसवाल 1985 बैच के भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के अधिकारी हैं और वह पूर्व में महाराष्ट्र के पुलिस महानिदेशक पद पर रहे हैं। सीबीआई में डायरेक्टर बनने से पहले वह केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) के महानिदेशक थे। जायसवाल का कार्यकाल दो साल का होगा। केंद्र सरकार ने मंगलवार को ही जायसवाल की नियुक्ति की जानकारी दी थी।
तीन माह से खाली था CBI चीफ का पद
सीबीआई के निदेशक का यह पद फरवरी के पहले सप्ताह से तब से खाली पड़ा है, जब ऋषि कुमार शुक्ला ने अपना कार्यकाल पूरा किया था। उसके बाद से अपर निदेशक प्रवीण सिन्हा अंतरिम प्रमुख के रूप में प्रमुख जांच एजेंसी के मामलों को देख रहे थे।
जायसवाल को RAW में काम का लंबा अनुभव
जायसवाल देश के कई बहुचर्चित मामलों की जांच कर चुके हैं। महाराष्ट्र में देवेंद्र फडणवीस सरकार के दौरान वह मुंबई के पुलिस कमिश्नर (जून 2018 से फरवरी 2019 तक) भी रह चुके हैं। इसके बाद दोबारा केंद्र की ओर से प्रतिनियुक्ति पर बुलाए जाने से पहले वह महाराष्ट्र के पुलिस महानिदेशक भी रहे। जायसवाल को इंटेलिजेंस ब्यूरों और रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (RAW) में काम करने का लंबा अनुभव है, खासकर रॉ में उन्होंने करीब 10 साल बिताए हैं। हालांकि, उनके पास सीबीआई में काम करने का अनुभव नहीं है।
CBI चीफ के लिए शॉर्टलिस्ट हुए थे तीन नाम
बता दें कि इससे पहले, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में सोमवार को सीबीआई के नए डायरेक्टर के चयन के लिए गठित उच्चस्तरीय समिति ने केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) के महानिदेशक सुबोध कुमार जायसवाल, सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) के महानिदेशक कुमार राजेश चंद्रा और केंद्रीय गृह मंत्रालय में विशेष सचिव वी. एस. के. कौमुदी के नाम की सूची तैयार की थी। इस बैठक में प्रधानमंत्री के अलावा, समिति के दो अन्य सदस्य लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी और भारत के प्रधान न्यायाधीश एन वी रमन्ना भी उपस्थित थे। यह बैठक प्रधानमंत्री आवास पर हुई थी।