सनातन धर्म भगवान सूर्य देव और चंद्र देव की विशेष पूजा की जाती है। पौराणिक ग्रंथों में वर्णित है कि भगवान सूर्य देव की विशेष कृपा पाने के लिए कुछ विशेष नियमों का पालन करना आवश्यक होता है।
Suryast Ke Baad Na Kare Ye Kaam : सनातन धर्म भगवान सूर्य देव और चंद्र देव की विशेष पूजा की जाती है। पौराणिक ग्रंथों में वर्णित है कि भगवान सूर्य देव की विशेष कृपा पाने के लिए कुछ विशेष नियमों का पालन करना आवश्यक होता है। ऐसा न करने वालों को भगवान सूर्य की कृपा नहीं मिलती है। ऐसे लोगों को अनेक प्रकार के कष्टों का सामना करना पड़ता है। शास्त्रों में वर्णित है कि सूर्यास्त के बाद कुछ कार्यों को नहीं करना चाहिए। प्रतिबंधित कार्यों को करने से उसके विपरीत परिणाम व्यक्ति को भुगतने पड़ते है। आइये जानते है उन कार्यों के बारे में।
सूर्यास्त के बाद अंतिम संस्कार करने से मरने वालों को परलोक में कष्ट भोगना पड़ता है। साथ ही अगले जन्म में किसी अंग में खराबी आ जाती है। शास्त्रों के मुताबिक सूर्यास्त के बाद बाल, नाखून और दाढ़ी नहीं काटना या कटवाना चाहिए।
धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक सूर्यास्त के बाद पेड़-पौधों में पानी देने, पेड़-पौधों के छूना या उसके पत्ते तोड़ना अच्छा नहीं है। माना जाता है कि सूर्यास्त के बाद पेड़-पौधे सो जाते हैं। सूर्यास्त के बाद तुलसी के पौधे को नहीं छूना चाहिए।
कुछ लोग दो वक्त स्नान करते हैं। सूर्योदय के बाद और सूर्यास्त के बाद। शास्त्रों के मुताबिक अगर सूर्यास्त के बाद स्नान करते हैं तो माथे पर चंदन ना लगाएं। सूर्यास्त के बाद स्नान करने से जीवन में दुर्भाग्य आता है।