विवाह संस्कार जीवन का प्रमुख अंग है। विवाह संस्कार में आने वाली बाधाएं जातक को निराश करती है।
Swayamvar Parvati Mantra : विवाह संस्कार जीवन का प्रमुख अंग है। विवाह संस्कार में आने वाली बाधाएं जातक को निराश करती है। प्राचीन धर्म ग्रंथों में मनचाहा जीवन साथी पाने के लिए अनेकों व्रत उपवास और अनुष्ठान एवं धार्मिक प्रयोजन बताए गए है। किन्ही कारण वश कुछ लोगों की शादी बहुत प्रयासों के बाद भी नहीं हो पाती है।ज्योतिषशास्त्र के अनुसार ग्रहों और नक्षत्रों की स्थिति अनुकूल न होने से कई बार शादी में बाधाएं आती हैं और विलंब होता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, विवाह में बाधा दूर करने के लिए ‘स्वयंवर पार्वती मंत्र’ का जाप करना बेहद लाभकारी माना जाता है।
मान्यता है कि यह मंत्र माता पार्वती को ऋषि दुर्वासा से प्राप्त हुआ था। इसी मंत्र से माता पार्वती ने भगवान शिव को प्राप्त किया था। यह मंत्र स्वयंवर पार्वती स्त्रोत के प्रत्येक श्लोक के पहले अक्षर को जोड़कर बनाया गया है। यह बहुत ही प्रभावशाली मंत्र है, जिसके जाप से विवाह में आ रही सारी बाधाएं दूर होती हैं।
ॐ ह्रीं योगिनी योगिनी योगेश्वरी योग भयंकरी
सकल स्थावर जंगमस्य मुखं हृदयं मम वशं
आकर्षय आकर्षय नमः।।
स्वयंवर पार्वती मंत्र के लाभ