मोती जैसी सफेद दांत चमकते हुए हर किसी को पंसद होते है साथ ही मुंह से आने वाली बद्बू की वजह से लोगो के बीच में शर्मिंदा होना पड़ता है। आज हम आपको ऐसी आयुर्वेदिक चीजों के बारे में बताने जा रहे हैं जिसे इस्तेमाल करने से दांत मोतियों जैसे
मोती जैसी सफेद दांत चमकते हुए हर किसी को पंसद होते है साथ ही मुंह से आने वाली बद्बू की वजह से लोगो के बीच में शर्मिंदा होना पड़ता है। आज हम आपको ऐसी आयुर्वेदिक चीजों के बारे में बताने जा रहे हैं जिसे इस्तेमाल करने से दांत मोतियों जैसे
लौंग का इस्तेमाल घरों में खाने में स्वाद और खुशबू के लिए किया जाता है। साथ ही पूजा में भी इस्तेमाल किया जाता है। लौंग पोषक तत्वों से भरपूर होती है। इसमें आयरन,मैग्नीशियम,पोटैशियम और विटामिन,फाइबर समेत तमाम पोषक तत्व पाये जाते है। जो शरीर की तमाम समस्याओं से छुटकारा दिलाने
दांतो की सड़न की वजह से मुंह से आने वाली बदबू से शर्मिंदा होना पड़ता है। दांत सड़ रहे होते हैं तो लोगो को दर्द और कई मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। खाने पीने से लेकर बोलने में कई दिक्कतें होती है। इन दिक्कतों से बचने के लिए कैल्शियम
Tongue cleaning: दांतो के साथ साथ जीभ की सफाई भी बहुत जरुरी होती है।अधिकतर लोग रात में सोने से पहले और सुबह उछने के बाद दिन में दो बार ब्रश करते हैं। वहीं जीभ की बात आती है तो इसे एक बार ही साफ करते है कुछ लोग तो जीभ
सफेद चमकते दांत किसे पसंद नहीं होते है। वहीं पीले और गंदे दांत शर्मिंदगी का कारण बनते है। दांतों को सफेद और खूबसूरत बनाए रखने के ओरल हाइजीन का खास ख्याल रखने की जरुरत होती है।इसके लिए अच्छा टूथपेस्ट का इस्तेमाल करना बहुत जरुरी है। ऐसे में आज हम आपको
रात में सोने से पहले या सुबह उठते ही ब्रश करने के बावजूद मुंह से आ रही है गंदी बद्बू तो यह किसी गंभीर बीमारी का संकेत हो सकता है।क्योंकि यह बद्बू खानपान और मुंह की सफाई पर निर्भर करती है।इसलिए डेंटिस्ट दिन में दो बार ब्रश करने की सलाह
दांतो को साफ करने के लिए टूथब्रश का इस्तेमाल किया जाता है। कई लोग अपना टूथब्रश तब तक नहीं चेंज करते जब तक टूथब्रश झड़ न जाए। वहीं कुछ लोग हर महीने ही अपना टूथब्रश चेंज करते रहते है। पर क्या आप जानते हैं कितने समय के बाद टूथब्रश को
बच्चे ही नहीं कुछ बड़ों को भी टेढ़े मेढ़े दांतो की दिक्कत होती है। जिसकी वजह से चेहरा और मुस्कुराहट दोनो ही खराब लगती है। कई बार लोगो को इसकी वजह से शर्मिंदा भी होना पड़ता है। आज हम आपको कुछ तरीके बताने जा रहे है जिससे आप टेढ़े मेढ़े
दंदासा एंटीऑक्सीडेट्स, एंटीमाइक्रोबियल और एंटीइंफ्लेमेट्री गुणों से भरपूर होता है। जो दांतो के लिए बेहद फायदेमंद होता है। यह मसूड़ों की समस्याओं से छुटकारा दिलाता है। दंदासा मुंह में बैक्टीरिया को पनपने से रोकता है। साथ ही प्लाक, दांतो की सड़न और मसूड़ों की बीमारी को रोकने में हेल्प करता
Benefits of drinking clove water: पूजा पाठ से लेकर मसालों के इस्तेमाल तक में लौंग का इस्तेमाल अधिकतर घरों में खूब किया जाता है। लौंग सेहत के लिए फायदेमंद तो होती ही है साथ में शरीर को तमाम बीमारियों से भी दूर रखने में मदद करती है। अगर आप डेली
अक्सर आपने देखा होगा किसी के दांत बाहर की तरह निकले हुए या टेढ़े मेढ़े होते है तो कुछ लोगो के दांतो के बीच गैप होता है। इसे ठीक करने के लिए डेंटल ब्रेसेस लगाए जाते है। डॉक्टर की देखरेख में धातुओ या प्लास्टिक से बने तार को दांतो और
कुछ भी खाने से मुंह में खाने का कुछ हिस्सा दांतों में या मसूड़ो फंसा रह जाता है। इसकी वजह से दांतों और मसूड़ों में सड़न और मुंह से बद्बू की समस्या होने लगती है। साथ ही बैक्टीरिया और जर्म्स का का सामना करना पड़ता है। डेली ब्रश करने के