यूपी कासगंज जिले के सोरोंजी में प्रधानमंत्री आसरा आवासीय कॉलोनी (Pradhan Mantri Aasra Awas Yojna) में तीन साल पहले बनी पानी की टंकी बुधवार देर रात साढ़े 11 बजे तेज धमाके के साथ ढह गई। इसमें तीन लोग घायल हो गए और एक ट्रांसफाॅर्मर व घर क्षतिग्रस्त हो गया। इससे कॉलोनी की बिजली आपूर्ति ठप हो गई।
लखनऊ। यूपी कासगंज जिले के सोरोंजी में प्रधानमंत्री आसरा आवासीय कॉलोनी (Pradhan Mantri Aasra Awas Yojna) में तीन साल पहले बनी पानी की टंकी बुधवार देर रात साढ़े 11 बजे तेज धमाके के साथ ढह गई। इसमें तीन लोग घायल हो गए और एक ट्रांसफाॅर्मर व घर क्षतिग्रस्त हो गया। इससे कॉलोनी की बिजली आपूर्ति ठप हो गई। 13.96 करोड़ रुपये की लागत से तैयार इस टंकी में चार दिन पहले ही नगर पालिका ने पानी भरकर कॉलोनी में आपूर्ति शुरू की थी।कॉलोनी के लोगों के मुताबिक टंकी में 4-5 दिन पहले ही पानी भरा गया था। और टंकी से पानी भी गिर रहा था। जिससे अचानक पानी की टंकी भरभरा कर गिर गई। वही लोगों ने टंकी के निर्माण में घटिया सामग्री का प्रयोग करने का आरोप लगाया है।
Video-यूपी के कासगंज जिले में 13.96 करोड़ रुपये से बनी पानी की टंकी चार दिन में ही हो गई धराशाई, तीन घायल pic.twitter.com/Ajcg0RQmS9
— santosh singh (@SantoshGaharwar) June 27, 2025
मौके पर नगर पालिका अध्यक्ष रामेश्वर दयाल महेरे (Municipal Council President Rameshwar Dayal Mahere) और सोरों थाना प्रभारी जगदीश सिंह रात में ही पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया। जिलाधिकारी ने टंकी के निर्माण में इस्तेमाल सामग्री की जांच के निर्देश दे दिए हैं। बताया जा रहा है कि टंकी का बेस इतना कमजोर था कि पानी का वजन सहन न कर पाया।
प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि चंद सेकंड में ही पूरी टंकी ताश के पत्तों की तरह ढहकर जमींदोज हो गई। घायलों की पहचान गोपाल त्रिवेदी, बिरजू और पुष्पराज के रूप में हुई है। तीनों हादसे के वक्त टंकी के पास ही टहल रहे थे। ईंट और मलबे की चपेट में आने से वे घायल हो गए। सभी ने निजी चिकित्सकों से इलाज कराया है। बता दें कि तीर्थनगरी के बदरिया बाईपास पर केंद्र सरकार की आसरा योजना के तहत कार्यदायी संस्था सीएनडीएस ने पांच साल पहले यह आवासीय कॉलोनी और 50 हजार लीटर क्षमता की पानी की टंकी बनाई थी।
मिली जानकारी के अनुसार इस कॉलोनी के 141 आवासों में लोग निवास कर रहे हैं। टंकी बनने के बावजूद अब तक कॉलोनी के घरों में पानी की आपूर्ति नहीं हो रही थी। कॉलोनीवासियों की लगातार शिकायतों के बाद चार दिन पहले ही पानी भरवाकर टंकी से सप्लाई शुरू की गई थी।