तेलंगाना की राज्यपाल तमिलिसाई सुंदरराजन ने प्रोटोकॉल को परवार किए बगैर ऐसा कार्य किया है। जिसकी सर्वबत्र प्रशंसा हो रही है। वाक्या ऐसा था कि दिल्ली से हैदराबाद जा रही इंडिगो एयरलाइंस में तेलंगाना की राज्यपाल तमिलिसाई सुंदरराजन यात्रा कर रहीं थी। तभी एक यात्री की तबियत अचानक खराब होने लगी तभी राज्यपाल तमिलिसाई सुंदरराजन ने एक डॉक्टर के रूप में अपना कर्तव्य निभाया और अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक के पद के साथ एक आईपीएस अधिकारी की जान बचा दी।
नई दिल्ली। तेलंगाना की राज्यपाल तमिलिसाई सुंदरराजन (Telangana Governor Tamilisai Soundararajan) ने प्रोटोकॉल को परवाह किए बगैर ऐसा कार्य किया है। जिसकी सर्बत्र प्रशंसा हो रही है। वाक्या ऐसा था कि दिल्ली से हैदराबाद जा रही इंडिगो एयरलाइंस की फ्लाइट (Indigo Airlines flight) में तेलंगाना की राज्यपाल तमिलिसाई सुंदरराजन (Governor Tamilisai Soundararajan) यात्रा कर रहीं थी। तभी एक यात्री की तबियत अचानक खराब होने लगी तभी राज्यपाल तमिलिसाई सुंदरराजन (Governor Tamilisai Soundararajan) ने एक डॉक्टर के रूप में अपना कर्तव्य निभाया और अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (Additional Director General of Police) के पद के साथ एक आईपीएस अधिकारी की जान बचा दी। ट्विटर यूजर द्वारा पोस्ट की गई तस्वीरों में सुंदरराजन को यात्री का इलाज करते हुए देखा जा सकता है।
Today I have onboarded with @DrTamilisaiGuv and she treated a patient who fell ill on Air on Delhi-Hyd bound flight. @IndiGo6E @TelanganaCMO @bandisanjay_bjp @BJP4India @TV9Telugu @V6News pic.twitter.com/WY6Q31Eptn
— Ravi Chander Naik Mudavath 🇮🇳 (@iammrcn) July 22, 2022
जांच में पता चला डेंगू का
बता दें कि 1994 बैच के अधिकारी कृपानंद त्रिपाठी उजेला को डेंगू होने का पता चलने के बाद इस समय हैदराबाद के एक अस्पताल में इलाज चल रहा है। उजेला ने शनिवार को हैदराबाद से फोन पर समाचार एजेंसी पीटीआई से कहा कि मैडम गवर्नर (Madam Governor) ने मेरी जान बचाई(saved my life)। उन्होंने एक मां की तरह मेरी मदद की। नहीं तो मैं अस्पताल नहीं पहुंच पाता।
फ्लाइट में आधी रात में हुई थी बेचौनी की शिकायत
बता दें कि आंध्र प्रदेश कैडर के सदस्य उजेला वर्तमान में अतिरिक्त डीजीपी (सड़क सुरक्षा) के रूप में कार्यरत हैं। शुक्रवार आधी रात के आसपास तेलंगाना की राजधानी की यात्रा में आईपीएस अधिकारी द्वारा असुविधा की शिकायत के बाद, राज्यपाल, जो प्रशिक्षण से एक डॉक्टर थे, ने उनका इलाज किया था।