गोरखनाथ मंदिर में पीएसी के जवानों पर बीते रविवार शाम को एक सिरफिरे युवक ने मुख्यगेट पर तैनात सुरक्षाकर्मियों पर हमला बोल दिया था। स्थानीय पुलिस के साथ एटीएस ने भी इस मामले की जांच शुरू कर दी है। बता दें कि पकड़े गए आरोपी का नाम अहमद मुर्तजा अब्बासी है। अहमद मुर्तजा अब्बासी अपराधी घटना के जरिए कोई बड़ा संदेश देना चाहता था। दूसरी तरफ, मंदिर की सुरक्षा में तैनात सिपाहियों पर हमले की खबर मिलते ही पुलिस अफसर मौके पर दौड़ पड़े। गोरखनाथ मंदिर हमले की मुख्यमंत्री कार्यालय से पूरी घटना की जानकारी ली गई है।
गोरखपुर । गोरखनाथ मंदिर में पीएसी के जवानों पर बीते रविवार शाम को एक सिरफिरे युवक ने मुख्यगेट पर तैनात सुरक्षाकर्मियों पर हमला बोल दिया था। स्थानीय पुलिस के साथ एटीएस ने भी इस मामले की जांच शुरू कर दी है। बता दें कि पकड़े गए आरोपी का नाम अहमद मुर्तजा अब्बासी है। अहमद मुर्तजा अब्बासी अपराधी घटना के जरिए कोई बड़ा संदेश देना चाहता था। दूसरी तरफ, मंदिर की सुरक्षा में तैनात सिपाहियों पर हमले की खबर मिलते ही पुलिस अफसर मौके पर दौड़ पड़े। गोरखनाथ मंदिर हमले की मुख्यमंत्री कार्यालय से पूरी घटना की जानकारी ली गई है।
पुलिस की गिरफ्त में आए अहमद मुर्तजा अब्बासी ने आईआईटी मुंबई से केमिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है। वह परिवार के साथ मुंबई में ही रहता था। अक्तूबर 2020 से गोरखपुर आकर रहने लगा। परिवार वालों ने पुलिस को बताया कि अहमद मुर्तजा अब्बासी शनिवार को ही घर से निकला था। घर में किसी से ज्यादा बात नहीं करता था। अपने कमरे से भी बहुत कम निकलता था।
हमलावर के खिलाफ गोरखनाथ थाने में दो अलग-अलग मुकदमा दर्ज हुआ है । एसपी एटीएस अभिषेक सिंह ने बताया कि हमलावर अहमद मुर्तुजा अब्बासी के परिजनों से पूछताछ शुरू कर दी है। उन्होंने कहा कि यह पता लगाया जाएगा कि हमले के पीछे उसका मकसद क्या है? हमले के बाद रविवार रात को ही एटीएस ने मुर्तजा के परिजनों को हिरासत में ले लिया गया था। परिवार का दावा है कि मुर्तजा की मानसिक स्थिति ठीक नहीं है। आरोपी के पुलिस मिले बैग में लैपटॉप, मुंबई का हवाई टिकट भी मिला है। उसके लैपटॉप की जांच से यह पता लगाने की कोशिश की जाएगी कि वह किन लोगों के संपर्क में था?
टेरर एंगल से इनकार नहीं: एडीजी
एडीजी जोन अखिल कुमार ने कहा कि गोरक्षपीठ काफी प्रसिद्ध और अहम स्थान है। मुख्यमंत्री का भी आना-जाना रहता है। यहां ऐसी घटना बहुत गंभीर है। आरोपी लगातार हमले करता जा रहा था। पुलिस ने काफी धैर्य रखा। हमले के दौरान आरोपी धार्मिक नारे भी लगा रहा था। सभी पहलुओं की पड़ताल कर रहे हैं। टेरर एंगल को भी खारिज नहीं कर सकते हैं।
कहीं पुलिस को गुमराह करने की कोशिश तो नहीं?
पुलिस की प्राथमिक पूछताछ में मालूम हुआ है कि अहमद मुर्तुजा अब्बासी ने मुंबई से केमिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है। पकड़े जाने के बाद से अब्बासी जिस तरह का बर्ताव कर रहा है, जिससे उसकी मानसिक स्थिति खराब लग रही है। लेकिन इस बात की भी जांच की जा रही है कि सच में वह सनकी है या शातिर चाल से गुमराह करने की कोशिश कर रहा है।
हमलावर के साथी की तलाश में जुटी पुलिस
एक सिरफिरे हमलावार को सुरक्षाकर्मियों पकड़ लिया है। इसके साथ ही आशंका जताई जा रही है कि उसका एक अन्य साथी भी था। इसको देखते हुए आसपास के इलाके में भी देर रात तक तलाशी जारी रही। हालांकि कोई दूसरा संदिग्ध नहीं मिला। घायल जवानों को गोरक्षनाथ चिकित्सालय ले जाया गया। प्राथमिक इलाज के बाद दोनों को मेडिकल कालेज में भर्ती करा दिया गया।
घटना सीसी टीवी कैमरे में कैद
गोरखनाथ मंदिर के मुख्य द्वार और गोरखनाथ थाने की तरफ लगे सीसी टीवी कैमरे में पूरी घटना कैद हो गई है। पुलिस सीसी टीवी फुटेज के माध्यम से जांच को आगे बढ़ा रही है। पुलिस पता लगाने का प्रयास कर रही है कि आरोपी अकेला था या फिर उसके साथ कोई और व्यक्ति आया था। अगर कोई मददगार था तो वह कौन था?
एटीएस ने भी जांच शुरू की
गोरखपुर पुलिस के साथ ही एंटी टेररिस्ट स्क्वॉड (ATS) की टीम ने भी सोमवार से जांच शुरू कर दी है। पुलिस व एटीएस की टीमें सिविल लाइंस थाना क्षेत्र स्थित आरोपी के घर पहुंच गईं। आरोपी के परिजनों से एक-एक करके पूछताछ की जा रही है। पूछताछ आरोपी के घर के पास स्थित एक निजी अस्पताल में चल रही है। एटीएस की टीम घटना स्थल पर मिले बैग से बरामद लैपटॉप की गहनाता से छानबीन कर रही है।
अहमद मुर्तजा अब्बासी के घर व उसके कमरे की तलाशी भी ली गई है। बताया जा रहा है कि आरोपी के पिता एमए अब्बासी भी एक कंपनी में इंजीनियर रह चुके हैं। रिटायरमेंट के बाद गोरखपुर रहने लगे। शनिवार को ही पिता मुंबई से घर लौटे हैं, उसके बाद पिता ने बेटे से संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन बात नहीं हो सकी थी।