नई दिल्ली: आपने कई बार पढ़ा होगा कि शरीर कि बनावट के अनुसार उसके विचार होते हैं कई लोग हाथ पैर कि बनावट देख आपके मन का पता लगा लेते हैं। आपको बता दें, व्यक्ति के व्यक्तित्व का परिचय उसके समूचे शरीर से होता है।
आप देखने में बहुत सुंदर हैं उसके बाद भी आपका कटु विचार लोगों को अच्छा नहीं लगता। आपके शरीर के ऐसे बहुत से अंग हैं जो आपके बारे में बताते हैं। अफ़सोस खुद आप भी उनके बारे में नहीं जान पाते। इसी तरह आपके पैर हैं, जो अनजाने में दूसरों को बहुत कुछ बता देते हैं लेकिन आप ही पैरों के बारे में नहीं जान पाते
पैरों की बनावट खोलती है आपके विचार
- कुछ लोगों के पैर बहुत चौड़े होते हैं। अगर आपके भी पैर इसी तरह के हैं, तो जानिए क्या कहते हैं ये। अगर आपके पैर ज्यादा चौड़े हैं तो इसका मतलब यह है कि आप मेहनती लोगों की सूची में शुमार है। आप उन लोगों में से हैं जो एक मिनट भी खाली नहीं बैठते हैं। आप किसी भी काम को करने से हिचकिचाते नहीं हैं।
- कुछ लोगों के पैर के पंजे बहुत चौड़े नहीं होते। वो पतले होते हैं। अगर आपके पैर ज्यादा चौड़े नहीं हैं तो ऐसे में यह इस बात का संकेत है कि आप अपना काम किसी दूसरे को देने वाले इंसान है।
- कुछ लोगों के पैर के पंजे बिल्कुल सपाट होते हैं। इसका मतलब यह है कि आप यथार्थवादी हैं और आप दूसरे लोगों की कंपनी को काफी इंजॉय करते हैं. इसी के साथ आप एक सामाजिक इंसान हैं।
- जिन लोगों के पैर के पंजे हाई आर्च के होते हैं उनकी दशा कुछ इस तरह होती है। अगर आपके पाव में भी यह खूबी हैं तो हम आपको बता दें कि आपको स्वतंत्र रहना काफी पसंद है। आप बहुत बुद्धिमान है और आप अपने जीवन में काफी बड़े-बड़े सपनों को पूरा करना पसंद करते है।
- पैरों की उंगलियाँ भी बहुत कुछ बयां करती हैं बस ज़रुरत है उन्हें जानने की। अगर आपके पैर की उंगलियाँ लम्बी हैं, तो आप एक अच्छे नेतृत्व वाले हैं। आप दक्षता के साथ ही सभी बाधाओं को भी दूर करने में सक्षम हैं। आप अपना काम सफलता पूर्वक करते हैं।
- कुछ लोगों को आपने देखा होगा जिनके पैर की उँगलियाँ बहुत ही छोटी होती हैं। ऐसे लोग भी बहुत कुछ कहते हैं। छोटे उँगलियों वाले लोग मैच्योर होते हैं लेकिन आप दूसरों की सफलता से जलते हैं। ये दूसरों को सफल होते नहीं देख पाते।
- अगर आपके पैर की सभी उँगलियाँ बराबर साइज़ की हैं तो आप बहुत व्यवस्थित, सटीक और सुपर प्रैक्टिकल हैं। आपसे कोई उलझ नहीं सकता। आप अपनी पूरी ज़िन्दगी में उतना चलते हैं, जितने में कि धरती के 4 चक्कर लग जाए। अब आपको कैसा लगा रहा है सोचकर। आपके पैर कितना कुछ कहते और करते हैं।