भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने मंगलवार को मानसून को लेकर पूर्वानुमान जारी किया है। इसके मुताबिक, जून में मानसून के सामान्य रहने का पूर्वानुमान है। वहीं मध्य भारत में मानसून के सामान्य से अधिक, उत्तर एवं दक्षिण भारत में सामान्य, और पूर्वोत्तर भारत में सामान्य से कम रहने का अनुमान है। इसकी जानकारीआईएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने दी है।
नई दिल्ली। भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने मंगलवार को मानसून को लेकर पूर्वानुमान जारी किया है। इसके मुताबिक, जून में मानसून के सामान्य रहने का पूर्वानुमान है। वहीं मध्य भारत में मानसून के सामान्य से अधिक, उत्तर एवं दक्षिण भारत में सामान्य, और पूर्वोत्तर भारत में सामान्य से कम रहने का अनुमान है। इसकी जानकारीआईएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने दी है।
आईएमडी ने बताया कि दक्षिण-पश्चिम मानसून के उत्तर और दक्षिण भारत में सामान्य, मध्य भारत में सामान्य से अधिक और पूर्व तथा पूर्वोत्तर भारत में सामान्य से कम रहने का अनुमान है। दक्षिण पश्चिम मानसून 2021 के लिए अपना दीर्घावधि पूर्वानुमान जारी करते हुए आईएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने बताया कि देश में इस साल मानसून सामान्य रहने का पूर्वानुमान है।
महापात्र ने कहा कि इसके सामान्य दीर्घावधि औसत (एलपीए) के 96 से 104 प्रतिशत होने की संभावना है। उन्होंने कहा कि दक्षिण-पश्चिम मानसनू (जून – सितम्बर) की वर्षा सामान्य सामान्य दीर्घावधि औसत (एलपीए) के 96 से 104 प्रतिशत होने की संभावना है। उन्होंने कहा कि मात्रात्मक रूप से, देश में मानसून की बारिश के एलपीए के 101 प्रतिशत होने की संभावना है। वर्ष 1961-2010 मानसून की बारिश का एलपीए 88 सेंटीमीटर था।