संसद के शीतकालीन सत्र (Winter Session) के दौरान बुधवार को सुरक्षा में बड़ी चूक का मामला सामने आया है। लोकसभा की कार्यवाही के दौरान दो शख्स दर्शक दीर्घा से कूदकर फ्लोर पर आ गए। उन्होंने स्मोक कलर जलाकर संसद में धुआं कर दिया। इसके बाद दोनों हमलावरों को पकड़ सांसदों ने पकड़ लिया, जिसके बाद आक्रोशित सांसदों ने उन्हें जमकर पीटा।
Parliament Security Breach: संसद के शीतकालीन सत्र (Winter Session) के दौरान बुधवार को सुरक्षा में बड़ी चूक का मामला सामने आया है। लोकसभा की कार्यवाही के दौरान दो शख्स दर्शक दीर्घा से कूदकर फ्लोर पर आ गए। उन्होंने स्मोक कलर जलाकर संसद में धुआं कर दिया। इसके बाद दोनों हमलावरों को पकड़ सांसदों ने पकड़ लिया, जिसके बाद आक्रोशित सांसदों ने उन्हें जमकर पीटा।
सांसदों ने लखनऊ के रहने वाले हमलावर सागर को उसके बालों से पकड़ खींचा। इसके बाद कई सांसदों ने मिलकर उस पर थप्पड़ों की बरसात कर दी। इस दौरान वहां सुरक्षा गार्ड नहीं पहुंच पाए थे।
सदन के अंदर सांसदों ने की अपनी सुरक्षा स्वयं, कहां थे सुरक्षाकर्मी ? संसद में अधीर रंजन चौधरी ने उठाया सवाल#SecurityBreach #LokSabha #ParliamentAttack2001 pic.twitter.com/IvcO4Z1icn
— santosh singh (@SantoshGaharwar) December 13, 2023
कांग्रेस सांसद गुरजीत सिंह औजला ने घटना का आंखों देखा हाल बताते हुए कहा कि जब वो कूदे, हम आगे बैठे हुए थे। शून्य काल अंतिम चरण में था। थोड़ा हल्ला-गुल्ला हुआ तो हमने ध्यान दिया। जो पहले कूदा और फिर दूसरा कूदा, जो पहले कूदा वो स्पीकर की तरफ बढ़ रहा था और हल्ला-गुल्ला कर रहा था और फिर उसने जूता उतारना शुरू किया। जूते में कोई चीज थी, जिसे उसने निकाला और फिर पकड़ा गया। फिर हमने सोचा कि दूसरे को पकड़ते हैं तो हम वहां गए तो उसके हाथ में स्प्रे था।
राजस्थान के सांसद हनुमान बेनीवाल ने शख्स को जमकर पीटा
राजस्थान के नागौर से लोकसभा सांसद हनुमान बेनीवाल (Lok Sabha MP from Nagaur Hanuman Beniwal) समेत कुछ सांसदों ने स्मोक कलर जलाने वाले सागर को पकड़ लिया। इसके बाद सागर को कई सांसदों ने पकड़ा और उसके बाल पकड़कर जमकर थप्पड़ बरसाए जाने लगे। हनुमान बेनीवाल ने कहा कि कई सांसदों ने उसे पकड़ लिया, कुछ सांसदों ने उसे धोया तो वो रोने लगा। जब उसे सुरक्षाकर्मी ले जा रहे थे तो वो रो रहा था।
सांसद हनुमान बेनीवाल (MP Nagaur Hanuman Beniwal) ने उस समय दिलेरी दिखाई जब कुछ सदस्य घबराकर इधर-उधर भाग रहे थे। इस घटनाक्रम के बाद सांसद हनुमान बेनीवाल ने कहा कि अच्छे से इलाज कर दिया है, अब दोबारा नहीं कूदेंगे लेकिन इस बात की जांच होनी चाहिए कि आखिर ये किसके विजिटर्स थे? क्या ये किसी मंत्री के विजिटर थे? आखिर किसकी मदद से इनके पास बने और कौन था जिसके कारण ये संसद में दाखिल हो सके? पूरी जांच होनी चाहिए कि आखिर कौन दोषी है? क्या इसमें सुरक्षा अफसर ही दोषी हैं या फिर कोई और लेकिन कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।