इस साल अक्षय तृतीया का पर्व तीन मई को मनाया जाएगा। बताया जाता है कि अक्षय तृतीया से ही त्रेतायुग का प्रारम्भ हुआ था। इस दिन भगवान परशुराम, भगवान विष्णु के अंश रूप में अवतरित हुए थे।
इस साल अक्षय तृतीया का पर्व तीन मई को मनाया जाएगा। बताया जाता है कि अक्षय तृतीया से ही त्रेतायुग का प्रारम्भ हुआ था। इस दिन भगवान परशुराम, भगवान विष्णु के अंश रूप में अवतरित हुए थे।
कहा जा रहा है कि इस बार अक्षय तृतीया के पर्व पर रोहिणी नक्षत्र और शोभन योग का दुर्लभ संयोग बन रहा है। अक्षय तृतीया पर इस बार ग्रहों का भी खास संयोग है। सूर्य उच्च राशि मेष में, चन्द्रमा-बुध वृषभ में, मंगल कुम्भ राशि में, गुरु-शुक्र मीन राशि में, शनि कुम्भ राशि में, राहु मेष राशि में, केतु तुला राशि में होंगे।
वृषभ राशि के जातकों के लिए इस दिन तरबूज, खरबूजा, ककड़ी, जलपूरित तीन घट एवं दूध दान कर बेहद लाभकारी होगा।
मिथुन राशि के जातकों को हरी मूंग, खीरा, ककड़ी, सत्तू एवं अन्य हरे पदार्थ दान करना चाहिए।
कर्क राशि के जातकों को जल पूरित घट, दूध, मिश्री, छाता पदार्थ दान करना चाहिए।
सिंह राशि के जातकों के लिए सत्तू, जौ एवं गेहूं के आटे से निर्मित पदार्थ दान करना काफी गुणकारी होता है।
कन्या राशि के जातकों को इस दिन खीरा, तरबूज और ककड़ी दान करना काफी लाभकारी होगा।
तुला राशि के जातकों को इस दिन मिश्री, दूध एवं खोवे से निर्मित मिष्ठान्न दान करना चाहिए।
वृश्चिक राशि के जातकों को इस दिन जल से भरा घट, पंखा, लाल रंग के मिष्ठान दान करना चाहिए।
धनु राशि के जातक इस दिन चने की दाल, बेसन से बने पदार्थ, सत्तू तथा ऋतुफलदान करना चाहिए।
मकर राशि के जातकों के लिए एस दिन जल पूरित घट, मिष्ठान्न एवं दूध दान करें।
कुम्भ राशि के जातकों को इस दिन जल पूरित घट, ऋतुफल एवं गेहूं, सत्तू तथा चना दान करें
मीन राशि के जातकों को इस दिन बेसन से बने पदार्थ, सत्तू, पीले रंग के मिष्ठान्न, खड़ी हल्दी दान करें।