लखनऊ। संस्कृति विभाग, उत्तर प्रदेश के तरफ से प्रायोजित व संस्कृति एवं कला केन्द्र ,लखनऊ द्वारा नाटक ‘हमारी बेटी’ का मंचन रविवार को किया गया। डॉ. इन्द्र कुमार चौरसिया द्वारा कहानी व निर्देशित नाटक ‘हमारी बेटी’ का मंचन वाल्मीकि रंगशाला, संगीत नाटक अकादमी, गोमतीनगर में हुआ।
मुख्य अतिथि ज्वाइंट डायरेक्टर, वित्त विभाग अखिलेश मौर्या ने कहा कि डॉ. इन्द्र कुमार चौरसिया द्वारा निर्देशित नाटक ‘हमारी बेटी’ जो गरीब होते हुए उसे पढ़ने का जुनून था, इसलिए वह पढ़कर सरकारी अधिकारी बन जाती है। समाज में रहने वाले लोग जागरूक होंगे और अपनी लड़कियों को पढ़ायेंगे। पूर्व निदेशक, संगीत नाटक अकादमी, लखनऊ तरूण राज, पूर्व उपनिदेशक, मुख्यमंत्री सोशल मीडिया दिनेश सहगल, उपनिदेशक सूचना व जनसम्पर्क विभाग, लखनऊ डॉ. मधु तांबे, पूर्व उद्यान सुपरिटेंडेंट,नगर निगम राजू चौरसिया, असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ एलपी यादव आदि ने शिरकत की । समारोह में आने हुए अतिथियों का डॉ. इन्द्र कुमार चौरसिया ने धन्यवाद दिया।
‘हमारी बेटी’ नाटक में रमेश अपनी पत्नी राधा के साथ सब्जी बेचकर अपने परिवार का गुजारा करता है। राधा जब पेट से थी तो रमेश बार-बार कहता था कि डाक्टर से जांच करा ले पता करा ले कि लड़का है कि लड़की, परन्तु राधा का मानना था कि सभी बराबर होते है। राधा ने एक दिन सुन्दर सी बच्ची को जन्म दिया। उसका नाम नेहा रखा। नेहा पढ़ने में होशियार थी। रमेश बहुत ही दुखी था नेहा के पैदा होने पर। घर में राधा नेहा को सहयोग करती है। नेहा बड़ी होकर सिविल सेवा की परीक्षा देती है और पास हो जाती है। अब वह बड़ी अधिकारी बन जाती है। तब रमेश नेहा से माफी मांगता है। एडवोकेट आदर्श पटेल अपनी बेटी के साथ रमेश के घर नेहा को बधाई देने आये है तो उनकी बेटी भूमि भी कहती है कि पापा मैं भी नेहा दीदी जैसा पढ़कर सरकारी अधिकारी बनकर अपनी देश की सेवा करुंगी।
कलाकार-आदर्श पटेल, भूमिका पटेल, साक्षी पाण्डेय, डॉ. अंकुर सिंह, सुनीता वर्मा, उत्कर्ष भूषण, संतोष सिंह, रूद्रांश गहरवार, आकाश श्रीवास्तव,प्रार्थना वर्मा ,अनामिका गुप्ता शिवानी गुप्ता, प्रियांशी गुप्ता ,आयुष प्रजापति,सुंदरम मिश्रा, पीयूष राय, अभय सिंह, स्नेहा रस्तोगी ,नेहा शामिल थे।