बलिया की बैरिया विधानसभा (Bairia Assembly Seat) सीट से विकासशील इंसान पार्टी के टिकट पर बीजेपी (BJP) के बागी विधायक रहे सुरेंद्र सिंह (BJP MLA Surendra Singh) ने शुक्रवार को नामांकन कर दिया है। श्री सिंह ने नामांकन करने के बाद कहा कि बीजेपी (BJP) में स्वाभिमानी सवर्णों का स्थान नहीं है, वहां पैर छूने वालों का स्थान है।
बलिया। बलिया की बैरिया विधानसभा (Bairia Assembly Seat) सीट से विकासशील इंसान पार्टी के टिकट पर बीजेपी (BJP) के बागी विधायक रहे सुरेंद्र सिंह (BJP MLA Surendra Singh) ने शुक्रवार को नामांकन कर दिया है। श्री सिंह ने नामांकन करने के बाद कहा कि बीजेपी (BJP) में स्वाभिमानी सवर्णों का स्थान नहीं है, वहां पैर छूने वालों का स्थान है।
बलिया के बैरिया से विधायक सुरेंद्र सिंह का बड़ा बयान,वीआईपी पार्टी से किया नामांकन ! @surendramlabjp pic.twitter.com/Xy9moAzz6d
— अवनीश उपाध्याय (@avneeshofficial) February 11, 2022
बलिया की बैरिया विधानसभा (Bairia Assembly Seat) सीट से बीजेपी (BJP) के विधायक रहे सुरेंद्र सिंह (BJP MLA Surendra Singh) ने पार्टी से टिकट न मिलने से बगावती रुख अख्तियार कर चुके हैं। इसके साथ ही 2022 की चुनावी वैतरणी पार करने के लिए मुकेश सहनी की विकासशील इंसान पार्टी यानी VIP जॉइन कर ली है। अब सुरेंद्र सिंह इसी दल के सिंबल पर विधानसभा चुनाव लड़ेंगे। सुरेंद्र सिंह ने बताया कि वह गरीब शोषित लोगों की लड़ाई लड़ते रहे हैं। किसी भी दल के टिकट को पाने के लिए वह अपने स्वाभिमान से समझौता नहीं करेंगे। बता दें कि बीजेपी ने सुरेंद्र सिंह का टिकट काटकर विधायक और मंत्री रहे स्वरूप शुक्ला को बैरिया से उतारा है।
बीजेपी विधायक सुरेंद्र सिंह ने आगे बताया कि विकासशील इंसान पार्टी के राष्ट्रीय सचिव ने स्वयं उनसे मिलकर विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए सिंबल दिया है। ऐसे में वह वीआईपी पार्टी से ही चुनाव लड़ेंगे। श्री सिंह ने यह भी बताया कि बैरिया में उनका व्यापक जनाधार है। वह किस दल से लड़ते हैं, यह बहुत महत्वपूर्ण नहीं है। भाजपा के वर्तमान विधायक सुरेंद्र सिंह आरएसएसके पदाधिकारी रहे हैं। उनकी छवि किसी से न दबने वाली है। भरत सिंह के सांसद बनने के बाद पार्टी ने 2017 में उन्हें यहां से टिकट दिया था। भरत फिलहाल किसी सदन के सदस्य नहीं हैं। वर्तमान में बलिया से वीरेंद्र सिंह मस्त सांसद हैं। बताया जा रहा है कि सुरेंद्र सिंह की वीरेंद्र सिंह मस्त से भी पटरी नहीं खाती। दोनों की अदावत कई बार सड़कों पर भी दिख चुकी है।
जातीय समीकरण
साढ़े तीन लाख से अधिक मतदाताओं वाली बैरिया विधानसभा सीटपर क्षत्रिय और यादव वोटरों का वर्चस्व है। यादव मतदाता 85 हजार हैं, और क्षत्रिय मतदाताओं की संख्या 80 हजार के करीब है। दलित वोटर 60 हजार और ब्राह्मण वोटर करीब 40 हजार हैं।