भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने ट्वीट कर लिखा है कि, 'एक बच्चा था जो अपनी सभी परीक्षाओं में फेल हो गया। उसके सहपाठी और पड़ोसी उससे नफरत करते थे। इसलिए माता-पिता ने उनकी धारणा बदलने के लिए उनका नाम बदलने के बारे में सोचा। क्या मामला I.N.D.I.A जैसा नहीं है'?
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने भाजपा (BJP) के संसदीय दल की बैठक में विपक्षी दलों पर जमकर निशाना साधा। प्रधानमंत्री ने विपक्ष के नए नाम INDIA पर निशाना साधते हुए और कहा कि ईस्ट इंडिया कंपनी में भी इंडिया था और इंडियन मुजाहिदीन में भी इंडियन है लेकिन सिर्फ इंडिया नाम रखने से इंडिया नहीं हो जाता।
पीएम मोदी के इस बयान के बाद सियासी सरगर्मी बढ़ गई है। विपक्षी दलों के नेता पीएम मोदी के इस बयान का पलटवार कर रहे हैं। इस बीच भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा (BJP National President JP Nadda) ने ट्वीट कर लिखा है कि, ‘एक बच्चा था जो अपनी सभी परीक्षाओं में फेल हो गया। उसके सहपाठी और पड़ोसी उससे नफरत करते थे। इसलिए माता-पिता ने उनकी धारणा बदलने के लिए उनका नाम बदलने के बारे में सोचा। क्या मामला I.N.D.I.A जैसा नहीं है’?
There was a child who failed in all his exams.
He was hated by his classmates and neighbours.
So the parents thought of changing his name to change his perception.
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Isn’t the case similar to that of I.N.D.I.A?
— Jagat Prakash Nadda (@JPNadda) July 25, 2023
बता दें कि, मंगलवार को भाजपा के संसदीय दल की बैठक (BJP parliamentary party meeting) में पीएम मोदी शामिल हुए। उन्होंने विपक्ष पर हमला बोलते हुए कहा कि, ऐसा दिशाहीन विपक्ष आज तक नहीं देखा। केवल इंडिया नाम रख लेने से कुछ नहीं होता। ईस्ट इंडिया कंपनी में भी इंडिया लगाया था और इंडियन मुजाहिदीन के नाम में भी इंडिया था। इसके साथ ही उन्होंने विपक्ष को हताश और निराश भी बताया और कहा कि लंबे समय तक इन्होंने विपक्षी में रहने का मन बना लिया है।
ईस्ट इंडिया कंपनी और पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया जैसे नामों का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि केवल देश का नाम इस्तेमाल करके ही लोगों को गुमराह नहीं किया जा सकता। पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि ‘विपक्षी पार्टियों ने इंडिया नाम, लोगों को गुमराह करने के लिए रखा है। विपक्ष, सत्ता में नहीं आना चाहता। लोगों को गुमराह करने के लिए ही इंडिया नाम का इस्तेमाल किया जा रहा है। ईस्ट इंडिया कंपनी में भी इंडिया है….विपक्ष दिशाहीन है। ऐसा लग रहा है कि विपक्ष ने मन बना लिया है कि उन्हें लंबे समय तक विपक्ष में ही रहना है।’